- नोएडा में प्रियंका गांधी ने जनसंपर्क अभियान चलाकर वोट मांगा
- प्रियंका ने योगी और भाजपा पर निशाना साधा
- नोएडा में 10 फरवरी को मतदान होना है
Priyanka Gandhi in Noida: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को नोएडा में डोर-टू-डोर कैंपेन किया। उन्होंने शहर के काली माता मंदिर से नोएडा विधानसभा क्षेत्र में अपने घर-घर प्रचार अभियान की शुरुआत की और कहा कि कि पार्टी प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे मौजूदा विधायक पंकज सिंह को हरा देंगी।
प्रियंका ने सेक्टर 8 की झुग्गियों में डोर-टू-डोर जनसंपर्क किया। इस दौरान प्रियंका गांधी ने एक विकलांग युवक की समस्याएं सुनीं। इस दौरान युवक की चप्पल छूट गई तो उन्होंने खुद चप्पलें उठाईं और युवक को पहना दीं। इसका वीडियो भी कांग्रेस ने शेयर किया है। इसके अलावा उन्होंने एक दिव्यांग युवक की समस्याएं सुनकर नोट कीं। कांग्रेस नेता ने यहां आशा, आंगनबाड़ी, उद्योगों से जुड़े लोग, फ्लैट बायर एसोसिएशन, किसान, महिलाओं, स्टार्ट अप से जुड़ी महिलाओं से संवाद किया।
प्रियंका ने कहा कि हां, मैं मंदिर गई, लोगों से बात की। कांग्रेस ने इस चुनाव में पंखुड़ी पाठक को उतारा है। वह शहर की बेटी है जो लोगों से जुड़ी हुई है। मौजूदा विधायक पंकज सिंह अपने निर्वाचन क्षेत्र में कभी नहीं देखे गए। सिर्फ उनके पोस्टर नजर आ रहे हैं। लोगों के सामने समस्याएं हैं और कांग्रेस उनका समाधान करना चाहती है। चुनाव में पंखुड़ी पाठक मौजूदा विधायक पंकज सिंह को हराएंगी।
कांग्रेस बार-बार राज्य में बेरोजगारी का मुद्दा उठा चुकी है और इस मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार को घेर चुकी है। एक बार फिर इस मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए प्रियंका गांधी ने दोहराया कि कांग्रेस युवाओं तक पहुंच रही है और उन्हें बता रही है कि पार्टी सत्ता में आने के बाद उन्हें रोजगार कैसे देगी। युवाओं को रोजगार देना सबसे बड़ा मुद्दा है। कांग्रेस युवाओं तक पहुंच रही है और उन्हें बता रही है कि हम उन्हें रोजगार कैसे दे सकते हैं।
कांग्रेस महासचिव ने योगी आदित्यनाथ की 80 बनाम 20 बयान के लिए भी निशाना साधा और कहा कि इस तरह की टिप्पणियों से केवल राजनेताओं को फायदा होता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी 80 बनाम 20 फीसदी की बात करती है। इस तरह के नारों से केवल राजनीतिक दलों और राजनेताओं को फायदा होता है। इन नारों से लोगों को कोई फायदा नहीं हो रहा है। इसलिए कांग्रेस पार्टी युवाओं पर आधारित घोषणापत्र के सहारे चुनावी मैदान में है।