- पंजाब में बिना कांग्रेस का नाम लिए राजनाथ सिंह ने साधा निशाना, करतापुर साहिब का किया जिक्र
- 'अगर थोड़ा प्रयास हुआ होता तो करतारपुर साहिब भारत में होता'
- हिंदू और सिख समाज के बीच नफरत फैलाने की रची जा रही है साजिश
पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होगा। राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। सुजानपुर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने करतारपुर साहिब के संबंध में बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि करतारपुर साहिब की दूरी अंतरराष्ट्रीय सीमा से सिर्फ 4-5 किमी है।अगर थोड़ा प्रयास किया जाता तो करतारपुर साहिब भारत में ही होता। उन्होंने सीधे तौर पर कांग्रेस का नाम तो नहीं लिया। लेकिन यह बोले कि जब वो यह बात कह रहे हैं तो आप समझे सकते हैं कि गलती किसकी तरफ से हुई होगी।
'नफरत की राजनीति कर रही है कांग्रेस'
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें हमारे और सिख समुदाय के बीच खाई पैदा करने की कोशिश कर रही हैं लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि एक साक्षात्कार में पंजाब के सीएम चन्नी जब यह कहते हैं कि ईसाई धर्म अपनाने वालों सिखों ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि उन्हें सिख समुदाय से प्यार नहीं मिला था तो वो शर्मनाक बयान है। उन्हें थोड़ी भी समझ नहीं है। एक तरह से समाज के बीच नफरत फैलाने का वो काम कर रहे हैं।
चरणजीत सिंह चन्नी पर मनजिंदर सिंंह सिरसा का आरोप
मनजिंदर सिंह सिरसा का कहना है कि चरणजीत सिंह चन्नी ने स्वीकार करने के साथ प्रमाणित भी किया है कि धर्मपरिवर्तन सही है। वोटों की राजनीति के लिए चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के कुछ सिखों के ईसाई बनने को सही ठहरा रहे हैं। दु:ख की बात है कि कुछ लोगों को प्यार नहीं मिला और वह धर्म परिवर्तन कर लिए लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा इसको जायज ठहराना बेहद शर्मनाक है।
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