CM Charanjit Singh brother manohar singh nomination: कांग्रेस से टिकट ना मिलने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई मनोहर सिंह (Manohar Singh) ने निर्दलीय उम्मीदवार का पर्चा भर दिया है ये उन्होंने बस्सी पठाना विधानसभा सीट (Bassi Pathana) से पर्चा भरा है।
मनोहर सिंह ने बीते दिनों कहा था- 'मैं बस्सी पठाना सीट का दावेदार था, लेकिन कांग्रेस ने टिकट देने से इनकार कर दिया है, मैं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ूंगा।
मनोहर सिंह ने बीते साल अगस्त में खरड़ सिविल अस्पताल से वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया था, उन्होंने एमबीबीएस और एमडी किया है उनके पास पत्रकारिता में मास्टर्स की डिग्री भी है।
गौर हो कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के अपने इरादे की घोषणा की थी, मनोहर सिंह बस्सी ने कहा कि कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने के बाद यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि मैं बस्सी पठाना सीट का दावेदार था, लेकिन पार्टी ने टिकट से इनकार कर दिया है। मैं एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा। मैंने 2007 में भी ऐसा ही किया था और चुनाव जीता था।
कांग्रेस ने गुरप्रीत सिंह जीपी को बस्सी पठाना सीट से मैदान में उतारा
इससे पहले कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करते हुए संयोग से चार मौजूदा विधायकों को टिकट देने से इनकार कर दिया था। गुरप्रीत सिंह जीपी को बस्सी पठाना सीट से मैदान में उतारा गया है जो एससी वर्ग के लिए आरक्षित है। सीएम चन्नी के भाई का दावा है कि वह कोविड-19 महामारी के दौरान नंदपुर कलौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात थे और उन्होंने क्षेत्र में बहुत काम किया।