कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab elections 2022) के लिए अपने प्रत्याशियों के आपराधिक मामलों (Candidates criminal cases) को समाचार पत्र के माध्यम से सार्वजनिक किया है। पार्टी ने ऐसा सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार किया है जिसमें उच्चतम न्यायालय की तरफ से यह कहा गया था कि सभी राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों के आपराधिक मामलों का विवरण सार्वजनिक करेंगे।
कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा के लिए 117 प्रत्याशियों में से 11 प्रत्याशियों का आपराधिक विवरण आज समाचार पत्र में प्रकाशित किया है जिसमें एससी/एसटी एक्ट,आर्म्स एक्ट, अटेम्प्ट टू मर्डर,महिला के खिलाफ मर्यादा भंग करने, जबरन घुसने और दंगा फैलान का मामला से लेकर कई गंभीर मामले शामिल है। कांग्रेस द्वारा प्रकाशित लिस्ट में राणा गुरजीत सुखपाल सिंह ,खैरा सिद्दू मूसेवाला का नाम प्रमुख है। जिन लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले सार्वजनिक किए गए हैं उनके नाम कुछ इस तरह से हैं:-
1. विक्रम सिंह–सरदूलगढ़–सरकारी संपत्ति का नुकसान, प्रशासन के काम में बाधा डालना।
2. बलबीर सिंह सिद्धू–SAS नगर–आर्म्स एक्ट
3. राजिंदर बेरी–जालंधर सेंट्रल–रेलवे रोकने और संपति को नुकसान
4.दलवीर सिंह गोल्डी–धुरी–टोल प्लाजा रोकने और प्रदर्शन करने का।
5. खुसबाज सिंह–तलवंडी साहब–एससी/एसटी एक्ट,आर्म्स एक्ट, अटेम्प्ट तो मर्डर,महिला के खिलाफ मर्यादा भंग करने, जबरन घुसने और दंगा फैलान का मामला दर्ज है।
6.कमलजीत सिंह–आत्म नगर–आर्म्स एक्ट, चोरी, दंगा फैलाने का मामला।
7. राणा गुरजीत सिंह–कपूरथला–धार्मिक उन्माद फैलाने और आर्म्स एक्ट।
8. बरिंदर सिंह ढिल्लो–रूपनगर–महामारी एक्ट का उल्लंघन, सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान।
9. प्रीतम सिंह–भूचपो मंडी–सेक्शन 6 (1)
10. सिद्धू मूसवाल–मानसा–डिजास्टर मैनेजमेंट का उल्लंघन, लॉकडाउन का उल्लंघन, सार्वजनिक जगह पर अश्लील गाना गाना।
11.सुखपाल सिंह खैरा–भालोथ–डिजास्टर मैनेजमेंट का उल्लंघन, लॉकडाउन का उल्लंघन,ईडी सेक्शन44 ऑफ PMLA एक्ट,आर्म्स एक्ट।
कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ जिस तरह के गंभीर आपराधिक मामले सामने आया है उसे विपक्ष जरूर चुनाव में भुनाएगा। इसके अलावा जिन मामलों का जिक्र आज सार्वजनिक नहीं किया गया है उसमे 6 साल पुराने मामले में मुख्यमंत्री चरण जीत सिंह चन्नी, 34 साल पुराने रोड रेज के मामले में प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है।