- सात चरणों में होंगे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव, पहले चरण की वोटिंग 10 फरवरी को
- चुनाव नतीजे 10 मार्च को आएंगे, सपा के साथ गठबंधन में शामिल हैं शिवपाल यादव
- प्रगतिशाल समाजवादी पार्टी के मुखिया ने कहा कि अखिलेश का हर फैसला उन्हें मान्य होगा
लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने बड़ा बयान दिया है। टाइम्स नाउ नवभारत के साथ खास बातचीत में शिवपाल ने कहा कि जसवंतनगर सीट से अभी उनका इरादा चुनाव लड़ने का है। उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव के लिए उन्होंने अपने उम्मीदवारों की सूची समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंप दी है। उम्मीदवारों के बारे में अखिलेश जो भी फैसला करेंगे, वह उन्हें मान्य होगा। अखिलेश यादव के चाचा ने कहा कि उनकी सपा प्रमुख से बातचीत हो गई है।
यूपी चुनाव पर अखिलेश से बात हो गई है-शिवपाल
चैनल से बातचीत में शिवपाल ने कहा कि चुनाव को लेकर अखिलेश से उनकी बात हो चुकी है। वह अपने उम्मीदवारों की सूची उन्हें सौंप चुके हैं। सीट बंटवारे पर अखिलेश जो भी फैसला करेंगे वह उन्हें मान्य होगा। शिवपाल ने कहा कि इस चुनाव में सपा और सयहोगी दलों का उद्देश्य भाजपा को सत्ता से बाहर करना और अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाना है।
सूची में कौन शामिल, बताने से इंकार किया
यह पूछे जाने पर वह अपने उम्मीदवार किन-किन सीटों से उतारना चाहते हैं, इसका जवाब देने से शिवपाल ने इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस बारे में जब उम्मीदवारों की सूची जब प्रकाशित होगी तो पता चल जाएगा। उन्होंने अपनी सूची सपा अध्यक्ष को सौंप दी है। इस सवाल पर कि क्या वह अपने बेटे आदित्य यादव को जसवंत नगर सीट से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। इस सवाल पर शिवपाल ने कहा कि अभी उनका इरादा खुद इस सीट से चुनाव लड़ने का है। फिर भी सपा यदि इस सीट पर किसी और को उम्मीदवार बनाती है तो भी उन्हें मान्य होगा।
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डिजिटल रैली से दिक्कत नहीं
चुनाव आयोग की ओर से चुनावी रैलियों पर रोक लगाए जाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवपाल ने कहा कि डिजिटल रैली से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन जो छोटे दल हैं उनके पास वर्चुअल रैली के लिए संसाधन नहीं हैं। चुनाव में बहुत सारे प्रत्याशी नए होंगे जिन्हें जनता नहीं जानती होगी। नए प्रत्याशी जनता तक नहीं पहुंच सकते। चुनाव आयोग को इस बारे में भी सोचना चाहिए। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल ने दावा किया कि इश बार चुनाव में प्रचंड बहुमत से उनकी सरकार बनेगी। शिवपाल साल 2017 में सपा से अलग होकर अपनी पार्टी बनाए।