लखनऊ : उत्तर प्रदेश में आज (सोमवार, 7 मार्च) विधानसभा चुनाव के लिए आखिरी चरण का मतदान होगा। इसके तहत उत्तर प्रदेश के नौ जिलों की 54 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटें भी शामिल हैं। अधिकारियों के मुताबिक, स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त माहौल में मतदान संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
उत्तर प्रदेश के जिन नौ जिलों में आज सातवें व आखिरी चरण के तहत मतदान होना है, उनमें वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर जिले शामिल हैं। 54 विधानसभा सीटों के लिए 613 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 75 महिलाएं हैं। जिन 54 सीटों के लिए आज वोट डाले जाएंगे, उनमें से 11 अनुसूचित जाति के लिए और दो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल के मुताबिक, चंदौली जिले की अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित चकिया और सोनभद्र जिले के सामान्य निर्वाचन क्षेत्र राबर्ट्सगंज और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित दुद्धी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलेगा, जबकि शेष 51 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा।
इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
इस चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है, उनमें विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़ सपा में गए पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान (घोसी-मऊ) और सुभासपा अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर (जहूराबाद-गाजीपुर), गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी (मऊ सदर) तथा बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह (मल्हनी-जौनपुर) शामिल हैं।
इस चरण में यूपी सरकार के कई मंत्रियों की किस्मत का फैसला भी होना है, जिनमें पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी (वाराणसी दक्षिण), अनिल राजभर (शिवपुर-वाराणसी), रविंद्र जायसवाल (वाराणसी उत्तर), गिरीश यादव (जौनपुर) और रमाशंकर पटेल (मड़िहान-मिर्जापुर) शामिल हैं।
मतदान के दौरान वोटर्स को किसी तरह की समस्या न हो इसका ध्यान रखते हुए कुल 23,614 मतदेय स्थल और 12,210 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस चरण में 2.06 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें 1.09 करोड़ पुरुष, 97.08 लाख महिलाएं तथा 1027 तृतीय श्रेणी (ट्रांसजेंडर) के मतदाता हैं। यहां गौर हो कि यूपी में अब तक छह चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं, जिनमें 349 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले गए। 10 मार्च को मतगणना के बाद पता चलेगा कि आखिर जनता ने इस बार राज्य की बागडोर किस पार्टी के हाथों में सौंपने का फैसला किया है।