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UP Election: दूसरे चरण में आजम खां सहित कई दिग्गज मैदान में, ये हैं 5 हाई प्रोफाइल सीट

Updated Feb 14, 2022 | 00:05 IST

UP Assembly Election 2022: यूपी में दूसरे चरण की सबसे हाई प्रोफाइल सीट रामपुर सदर है। जहां से सपा के आजम खान चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी टक्कर भाजपा के आकाश सक्सेना से है।

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यूपी में दूसरे चरण में 55 सीटों पर वोटिंग
मुख्य बातें
  • दूसरे चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर वोटिंग होगी।
  • दूसरे चरण में मुस्लिम वोटर निर्याणक भूमिका में होंगे।
  • योगी सरकार के कई मंत्रियों की भी प्रतिष्ठा दांव पर है।

UP Assembly Election Phase 2 Voting:उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव दूसरे चरण में पहुंच गया है। इस चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर आज वोट डाले जाएंगे। दूसरा चरण भाजपा से लेकर समाजवादी पार्टी और उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल और महान दल के लिए भी अहम है। पिछली बार भाजपा को 55 में से 38 सीटें मिली थीं। वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को 17 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। दूसरे चरण का चुनाव सपा, रालोद और महान दल के गठबंधन से काफी रोचक हो गया है। और सबकी नजर उन हाई प्रोफाइल सीटों पर है, जो आगे के चरणों की दिशा भी तय करेंगी। बल्कि उन सीटों पर लड़ रहे उम्मीदवारों का भविष्य भी तय करेंगी। आइए जानते हैं कि दूसरे चरण के 5 हाई प्रोफाइल सीटों के बारे में...

रामपुर सदर 

वैसे तो रामपुर सदर सीट पर 9 बार विधायक रहे सपा नेता और मौजूदा सांसद आजम खान का  वर्चस्व रहा है। लेकिन इस बार उनके जेल से चुनाव लड़ने और उनके प्रतिद्वंदी आकाश सक्सेना के बीच सीधी टक्कर से चुनाव काफी रोचक हो गया है। आजम खान को जेल पहुंचाने में आकाश सक्सेना की बड़ी भूमिका रही है। आजम खान के खिलाफ बसपा ने सदाकत हुसैन और कांग्रेस ने काजिम अली खान को उम्मीदवार बनाया है।

स्वार 

इस बार चुनावों में आजम खान की तरह उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान की भी प्रतिष्ठा दांव पर है। वह रामपुर की स्वार सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। अब्दुल्ला आजम भी आजम खान के साथ जेल में बंद थे। अभी हाल ही में उन्हें कोर्ट से उन्हें जमानत मिली है। अब्दुल्ला के खिलाफ एनडीए के  सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने हैदर अली खान को मैदान में उतारा है। हैदर अली इन चुनावों में एनडीए के तरफ से एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार है। अब्दुल्ला के खिलाफ बसपा ने शंकर लाल सैनी और कांग्रेस ने राम रक्षपाल सिंह को उम्मीदवार बनाया है।

नकुड़ 

सहारनपुर जिले की नकुड़ विधासनभा सीट भी, भाजपा से सपा में आए धर्म सिंह सैनी की वजह से  हाई प्रोफाइल हो गई है। सैनी योगी सरकार में मंत्री थे और उनकी वजह से अखिलेश यादव ने कांग्रेस छोड़ सपा में आए इमरान मसूद की भी नाराजगी मोल ले थी। हालांकि बाद में मसूद मान गए और सपा में ही बने हुए हैं। लेकिन एक बात साफ है कि इस सीट पर मसूद अगर अपनी अनदेखी नहीं भुला पाए तो उसका असर रिजल्ट पर जरूर दिखेगा। धर्म सिंह सैनी चार बार विधायक रह चुके हैं। सैनी के खिलाफ भाजपा ने मुकेश चौधरी को मैदान में उतारा है। जबकि बसपा से साहिल खान और कांग्रेस से रणधीर सिंह चौहान यहां से प्रत्याशी हैं। 

शाहजहांपुर

योगी सरकार में कैब‍िनेट मंत्री सुरेश खन्‍ना एक बार फिर शाहजहांपुर व‍िधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सुरेश खन्ना 1989 से इस सीट पर लगातार जीतते हैं। वह कई बार मंत्री भी रह चुके हैं। वह पिछले 8 बार से लगातार चुनाव जीत रहे हैं। खन्ना के खिलाफ सपा ने तनवीर खान, बसपा ने सर्वेश चंद्र धांधू और कांग्रेस ने पूनम पांडे को उम्मीदवार बनाया है।

चंदौली

संभल के चंदौसी सीट से बीजेपी ने योगी सरकार में  राज्यमंत्री गुलाबो देवी पर फिर से भरोसा जताया है। पिछली बार भी गुलाबो देवी ने इसी सीट से जीत हासिल की थी।  सपा ने उनके खिलाफ विमलेश कुमारी को मैदान में उतारा है। वहीं बसपा से रणविजय सिंह और कांग्रेस से मिथिलेश कुमारी मैदान में हैं। 

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