- पश्चिमी यूपी में 11 जिलों की 58 सीटों पर आज डाले जा रहे हैं वोट
- यूपी में इस बार सात चरणों में हो रहे हैं विधानसभा चुनाव
- कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम में तकनीकी खराबी सामने आई
नई दिल्ली : पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 58 सीटों पर मतदान आज सुबह सात बजे शुरू हो गया। मतदाता बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। मतदान को लेकर लोगों में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें लगी हैं। बुजुर्ग, युवा और महिलाएं बढ़चढ़कर मतदान में हिस्सा ले रहे हैं। पहले चरण के तहत पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान हो रहा है। वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी संख्या में लोगों से मतदान करने की अपील की है।
मुजफ्फरनगर में ईवीएम में तकनीकी खराबी
इस बीच, मुजफ्फरनगर के इस्लामियां इंटर कॉलेज में ईवीएम में तकनीकी खराबी आने की वजह से मतदान रोका गया। लोगों ने कहा कि वे डेढ़ घंटे से मतदान शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। पश्चिमी यूपी में इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। यहां भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन के बीच कड़ा टक्कर माना जा रहा है।
UP Election 2022 1st Phase voting Live: लोगों में दिख रहा है जबरदस्त उत्साह, मतदान केंद्रों पर उमड़ी भीड़
इन 58 सीटों पर 623 उम्मीदवार हैं जिनकी राजनीतिक किस्मत का फैसला मतदाता करेंगे। इस चरण में हाई प्रोफाइल सीटें भी हैं। इस चरण में योगी सरकार के मंत्री सुरेश राणा, अतुल गर्ग, श्रीकांत शर्मा, संदीप सिंह, अनिल शर्मा, कपिल देव शर्मा जैसे मंत्रियों की साख भी दांव पर लगी है।
शामली में भी ईवीएम में दिक्कत
शामली की जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा कि जिले के सभी मतदान केंद्रों पर मतदान शुरू हो गया है। कुछ एक मतदान केंद्रों पर ईवीएम में खराबी आने की शिकायत मिली है। जिलाधिकारी ने कहा कि जहां ईवीएम के खराब होने की शिकायत मिली है, वहां पर मशीनों को बदला जा रहा है। हर जगह शांतिपूर्ण मतदान हो रहा है।
सुरक्षा से जुड़ा है यह चुनाव-श्रीकांत शर्मा
मथुरा से भाजपा प्रत्याशी एवं योगी सरकार में मंत्री श्रीकांत शर्मा ने का, 'यह समान्य चुनाव नहीं है बल्कि यह चुनाव महिलाओं की सुरक्षा एवं विकास से जुड़ा है। बीते पांच सालों में हमने यूपी के विकास की आधारशिला रखी है।' सरधना से भाजपा उम्मीदवार संगीत सोम ने कहा कि हम विकास के मुद्दे पर यह चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य के लोग तुष्टिकरण की राजनीति नहीं देखना चाहते।