गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें चुनाव लड़ाने को लेकर हिन्दू युवा वाहिनी ने भी कमर कस रखी है। वाहिनी के कार्यकर्ता ऐसा केवल उत्साहवश ही नहीं कर रहे बल्कि इसे अपनी जिम्मेदारी भी समझ रहे हैं। इसकी वजह है कि उनके संगठन की स्थापना खुद योगी आदित्यनाथ ने की है। इसी कारण वह खुद योद्धा बनकर मैदान में डटे हैं।
इस संगठन की स्थापना उन्होंने 2002 में की थी, जिसका पूर्वी यूपी के कई जिलों में प्रभाव भी है। वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने योगी आदित्यनाथ के चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है। शुरुआत में इसका गठन महानगर और जिले स्तर पर किया लेकिन योगी की वजह से संगठन की लोकप्रियता इस कदर बढ़ी कि इसका दायरा पहले पूर्वांचल और फिर प्रदेश स्तर तक बढ़ गया और राज्य के बाहर भी कुछ इकाइयां काम कर रही हैं।
2017 तक तो योगी ने अपने इस संगठन का इस्तेमाल लोगों को सरकार से उनका अधिकार और न्याय दिलाने के लिए किया लेकिन जैसे ही उन्होंने प्रदेश की कमान संभाली संगठन का लक्ष्य बदल गया। संगठन के कार्यकर्ता बदली परिस्थितियों में सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने में जुट गए। इसे लेकर समय-समय पर उन्हें योगी का मार्गदर्शन भी प्राप्त होता रहा। यह सिलसिला पूरे पांच वर्ष चला।
हिंदू युवा वाहिनी के नेताओं की रोज बैठकें चल रही हैं और यह रणनीति बनाई जा रही है कि कैसे महाराज जी को जीत दिलाई जाए हिंदू युवा वाहिनी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष उनका संगठन एक बार फिर से महाराज जी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए मैदान में हैं । यहां से महाराज जी लड़ रहे हैं। इसलिए हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है। हमारा पूरा फोकस प्रचार पर है। सोषल मीडिया कैंपेन भी कर रहे हैं। हमारा मकसद एक ही है कि योगी जी को जिताना है। हम चुनाव में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं।
वाराणसी में दिनेश अग्रवाल ने कहा कि उनकी टीम योगी आदित्यनाथ के लिए लगातार प्रचार कर रही है और उन्हें पूरी उम्मीद है बाबा विष्वनाथ का आशीर्वाद महाराज जी पर फिर से होगा । दिनेश अग्रवाल का दावा है कि एक बार फिर से यूपी में भगवा परचम लहराएगा। दिल्ली से दिनेश अग्रवाल के साथ हिंदू युवा वाहिनी की पूरी फौज आई है जो लोगों के दरवाजे पर दस्तक देकर बता रही है कि योगी के मुख्यमंत्री बनने के क्या-क्या फायदे है। मुख्यमंत्री योगी ने पिछले पांच साल में कितना काम किया है । दिल्ली से हिंदू युवा वाहिनी युवाओं की ये टोली नोएडा गाजियाबाद, लोनी, बड़ौत,शामली ,मथुरा,लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज, कुशीनगर से वाराणसी पहुंची । दिनेश अग्रवाल का कहना है कि उनका एक ही मकसद है । सिर्फ और सिर्फ महाराज जी को दोबारा मुख्यमंत्री बनाना।