- दिल्ली में कोविड सेंटर बनाने के लिए अमिताभ बच्चन ने किया 2 करोड़ रूपए का दान।
- रकबगंज गुरुद्वारे में मुफ्त में ऑक्सीजन बांटने के लिए बिग द्वारा की जा रही हरसंभव मदद।
- 1500 से अधिक किसानों के ऋण का किया भुगतान, 4 लाख से ज्यादा मजदूरों को महीने भर कराया भोजन।
मुंबई: कोरोना वायरस का कहर देशभर में थमने का नाम नहीं ले रहा, देश विकट संकट के दौर से गुजर रहा है। देश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। ऐसे में कई बॉलीवुड सितारे मदद के लिए आगे आ रहे हैं। इन सबके बीच सबकी नजर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन पर टिकी हुई थी। ऐसे में अमिताभ द्वारा आर्थिक सहायता ना किए जाने पर लगातार उन्हें और उनके परिवार को यूजर्स के अभद्र और भद्दे कमेंट्स का शिकार होना पड़ रहा था। वहीं अमिताभ ने आज आगे आकर सबकी जुबान पर ताला लगा दिया है।
अमिताभ ने कहा कि कोरोना के भयावह प्रकोप से लड़ने औऱ देश सेवा में किए गए योगदान के बारे में मुझे बताने में शर्मिंदगी महसूस होती है, क्योंकि मैं अपना बखान नहीं करना चाहता। लेकिन इसकी जरूरत इसलिए है चूंकि पिछले कुछ दिनों से उन्हें व उनके परिवार को यूजर्स के भद्दे कमेंट्स का सामना करना पड़ रहा है। जाहिर है अमिताभ ने बॉलीवुड हस्तियों पर निशाना शाधा है।
अपने ब्लॉग में अमिताभ ने उन नकारात्मक टिप्पड़ियों को संबोधित किया, जिनके बारे में मशहूर हस्तियों को अवगत कराया जा रहा है। कोरोना के दूसरी लहर के दौरान किए गए अथक प्रयोसों के बारे में खुलासा करते हुए अमिताभ ने बताया कि उनके द्वारा दिल्ली में कोविड सेंटर बनाने के लिए 2 करोड़ रूपये का योगदान किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस भयावह महामारी और देश की सेवा में किए गए योगदान को बताना वह शर्मनाक मानते हैं, लेकिन हर दिन यूजर्स द्वारा परिवार पर किए जा रहे अभद्र टिप्पड़ियों के कारण उन्हें इसे बताना पड़ रहा है।
किसानों के ऋण का भुगतान कर आत्महत्या से रोका:
वहीं बिग बी ने ब्लॉग में लिखते हुए बताया कि मेरे व्यक्तिगत कोष से 1500 से अधिक किसानों के ऋण का भुगतान किया गया, ताकि उन्हें आत्महत्या से रोका जा सके। जो लोग औपचारिकता के लिए उपस्थित नहीं हो सकते थे उनके पास ट्रेन द्वारा सभी खर्च पहुंचाया गया।
मजदूरों के लिए की गई खाने की व्यवस्था:
अमिताभ ने बताया कि कोरोना वायरस के शुरुआती दौर में उनके द्वारा 400000 से अधिक दैनिक मजदूरों को करीब 1 महीने तक भोजन उपलब्ध कराया गया। साथ ही कोरोना योद्धाओं और अस्पतालों में पीपीई किट, मास्क और सैनेटाइजर वितरित किए गए।
प्रवासियों को उनके राज्य पहुंचाने के लिए बुक की गई थी ट्रेन:
लॉकडाउन के दौरान फंसे हुए प्रवासी और कामगारों के लिए उन्होंने लिखा कि उनके द्वारा यूपी और बिहार के प्रवासियों के लिए 30 बसें बुक की गई थी और रास्ते के भोजन और पानी की व्यवस्था की गई थी। साथ ही 2800 प्रवासी लोगों को खुद के खर्चे पर ले जाने के लिए मुंबई से यूपी के लिए ट्रेन बुक किया गया था।
वहीं जब राज्य सरकार द्वारा ट्रेन उनके राज्य में आने से रोक दिया गया और ट्रेन रद्द कर दी गई तो तुरंत 3 इंडिगो एयरलाइन को चार्टर्ड किया गया। बिग बी ने बताया कि प्रत्येक एरोप्लेन में यूपी बिहार, राजस्थान और जम्मू कश्मीर के 189 प्रवासी थे।
दो बच्चों को लिया गोद:
अमिताभ ने लिखा कि उन्होंने बृहन्मुखी मुंबई महानगर पालिका के लिए 20 वेंटिलेटर की व्यवस्था भी की है। तथा उन्होंने बताया कि दिल्ली स्थित रकाबगंज साहिब गुरुद्वारा में ऑक्सीजन लोगों को मुफ्त में बांटने के लिए उनके द्वारा सिख भाईयो की हरसंभव मदद की जा रही है।
वहीं अमिताभ ने बताया कि कोरोना के प्रकोप से अपने माता पिता को खोने वाले दो बच्चों को उनके द्वारा गोद लिया गया है और उनके पाल पोषण के साथ उनकी वित्तीय सहायता करने की भी जिम्मेदारी ली गई है।
बिग बी ने लिखा की वह इसका बखान नहीं करना चाहते थे लेकिन उन्हें मजबूरन यह सब बताना पड़ा। जाहिर है बिग बी ने उन सभी लोगों पर निशाना साधा है जो लगातार अमिताभ को ट्रोल कर रहे थे।