- बीजेपी सांसद रवि किशन का बचपन आर्थिक तंगी में गुजरा।
- एक डेयरी चलाने वाले उनके पिता नहीं चाहते थे कि बेटा डांस करे।
- मां से 500 रुपये लेकर मुंबई चले गए थे रवि किशन।
Ravi Kishan Struggle: भोजपुरी सिनेमा के एक्टर और वर्तमान में गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन (BJP MP Ravi Kishan) का बचपन आर्थिक तंगी में गुजरा। एक डेयरी चलाने वाले उनके पिता नहीं चाहते थे कि बेटा डांस करे। लेकिन रवि किशन के सिर पर तो कुछ कर दिखाने और कुछ बनने का जुनून सवार था। रवि किशन का जन्म मुंबई में ही हुआ था, लेकिन उनके पिता का बिजनेस बंद हो गया जिस वजह से उन्हें वापस अपने गांव जौनपुर जाना पड़ा।
रवि किशन को सिनेमा का बहुत शौक था। वह अमिताभ बच्चन की फिल्में देखते थे। एक्टिंग का ऐसा शौक उन्हें लगा कि वह रामलीला में सीता का किरदार निभाने लगे। उनके पिताजी को ये काम बेहद खटक रहा था। उनके पिता चाहते थे कि रवि किशन उनके कामों में मदद करे। पिता के विरोध पर 17 साल के रवि किशन मां से 500 रुपये लेकर मुंबई भाग आए। अपने सपनों को पूरा करने के लिए उन्होंने अपना घर और परिवार छोड़ दिया।
मुंबई जाकर रवि किशन उसी चॉल में रहे जहां उनका परिवार रहता था। तमाम धक्के खाने के बाद उन्हें 1991 में बी ग्रेड फिल्म ‘पितांबर’ में काम करने का मौका मिला। इसके बाद उन्हें टीवी सीरियल ‘हैलो इंस्पेक्टर’ में काम मिला। उनकी किस्मत तब चमकी जब सलमान की सुपरहिट फिल्म ‘तेरे नाम’ में उन्हें काम करने का मौका मिला। उसके बाद रवि किशन ने न सिर्फ भोजपुरी सिनेमा बल्कि बॉलीवुड से लेकर क्षेत्रीय सिनेमा में भी अपनी अलग पहचान बनाई।
रवि किशन के पिता का नाम पंडित श्याम नारायण शुक्ला और मां का नाम जदावती देवी हैं। रवि किशन के कुल 4 भाई बहन हैं। साल 2006 में रवि किशन बिग बॉस के घर में दाखिल हुए और वहां से निकलते ही उनके पास भोजपुरी फिल्मों की लाइनें लग गई। आज रवि किशन काफी लोकप्रिय हैं और इसी के चलते उन्हें बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीट गोरखपुर से सांसद का टिकट दिया। रवि किशन ने इस सीट पर जीत दर्ज की।
बेटी भी कर चुकी हैं डेब्यू
बीते साल रवि किशन की बेटी रीवा किशन ने भी बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अभिनेता नसीरूद्दीन शाह के प्ले ग्रुप में रहकर अभिनय सीखा है और वह अमेरिका के एक्टिंग कॉर्प संस्थान से एक्टिंग की Training लेकर आई हैं। उनका डेब्यू हुआ था उनके पिता रवि किशन को हिंदी फिल्मों में बड़ा ब्रेक देने वाले नितिन मनमोहन की बेटी प्राची मनमोहन की फिल्म से। हालांकि रीवा किशन की इस फिल्म को बहुत अच्छा रेस्पांस नहीं मिला था।