- बप्पी लाहिड़ी ने गीतों में पॉप का तड़का लगाया
- उनके पिता अपरेश लाहिड़ी बंगाली गायक थे
- उन्हें पहचान 1975 में आई फिल्म जख्मी से मिली
Biography of Bappi Lahiri: बप्पी लाहिड़ी ने बॉलीवुड गीतों में पॉप का तड़का लगाया और भारतीय दर्शकों को एक नया स्वाद प्रदान किया। मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी लाहिड़ी ने छोटी सी उम्र से ही गीत-संगीत की तैयारी शुरू कर दी थी। जब वह तीन साल के थे तो तबला बजाना सीखने लगे। किशोर कुमार उनके मामा थे और उन्हें ही बप्पी को संगीत के क्षेत्र में लाने का श्रेय जाता है। बप्पी लाहिड़ी जब 19 साल के थे तो कोलकाता से मुंबई आ गए थे।
ऐसे मिला मौका
साल 1973 में उन्हें 'नन्हा शिकारी' फिल्म में संगीत देने का काम मिला। उन्होंने अपने माता पिता से ही संगीत सीखा था और इससे पहले बंगाली फिल्म में गाना गाया था। उनके पिता अपरेश लाहिड़ी बंगाली गायक थे और मां बांसुरी लाहिड़ी संगीतकार थीं। हालांकि बप्पी लाहिड़ी को पहचान 1975 में आई फिल्म जख्मी से मिली। इस फिल्म में उन्होंने रफी और किशोर कुमार के साथ गाना गाया।
माइकल जैक्सन ने बुलाया
बप्पी लाहिड़ी भारतीय संगीत जगत के इकलौते ऐसे संगीतकार हैं जिन्हें माइकल जैक्सन ने अपने पहले शो में बुलाया था। 1996 में यह लाइव शो मुंबई में हुआ था। हिंदी संगीत में पॉप का मिश्रण लाने का श्रेय उन्हें ही जाता है। इस वजह से उनका भारी विरोध भी हुआ।
राजनीति में आजमाया हाथ
बप्पी लाहिड़ी ने राजनीति में भी हाथ आजमाया। साल 2014 में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें हार मिली। 27 नवंबर 1952 को कोलकाता में जन्में बप्पी लाहिड़ी हर समय सोने से लदे रहते हैं। वह मानते हैं कि सोना उनके लिए लकी है। वह लाखों रुपये के आभूषण हर समय पहने नजर आते हैं। उनकी पहली चेन उनकी मां ने उन्हें गिफ्ट की थी वहीं दूसरी चेन उनकी पत्नी ने तोहफे में दी थी।
नाम दर्ज हैं रिकॉर्ड
एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 1986 में उन्होंने 33 फिल्मों में 180 गानें गाए। उनका ये रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। उन्हें फिल्ममेयर की ओर से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है।