- सान्या मल्होत्रा की फिल्म मीनाक्षी सुंदरेश्वरदिवाली के मौके पर नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी।
- इस फिल्म के सबसे दिलकश गाने 'तू यहीं है' को मधुश्री भट्टाचार्य ने दी है आवाज।
- फिल्म मीनाक्षी सुंदरेश्वर में तीसरी बार मधुश्री धर्मा प्रोडक्शंस के साथ जुड़ी हैं।
Singer Madhushree Bhattacharya talks about her new Song Tu Yahin Hai: बॉलीवुड अदाकारा सान्या मल्होत्रा और अभिनेता अभिमन्यू देसाई की फिल्म मीनाक्षी सुंदरेश्वर (Meenakshi Sundareshwar) दिवाली के मौके पर ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी। फिल्म की रिलीज से पहले इसका ट्रेलर काफी पसंद किया जा रहा है। यह फिल्म एक प्यारी सी प्रेम कहानी है और इस पूरी प्रेम कहानी को फिल्म के एक गाने 'तू यहीं है' में दिखाने की कोशिश की गई है। 'तू यहीं है' गाना मीनाक्षी और सुंदरेश्वर की खूबसूरत प्रेम कहानी बयां करता है। मोहब्बत जिंदगी है, माही वे, इन लम्हों के दामन में, फिल्म बाहुबली के गाने सोजा जरा को आवाज दे चुकीं मधुश्री भट्टाचार्य (Madhushree Bhattacharya) ने इस गाने को गाया है। फिल्म कल हो ना हो के गाने 'माही वे' और बाहुबली 2 के गाने 'सोजा जरा' के बाद फिल्म मीनाक्षी सुंदरेश्वर में तीसरी बार मधुश्री धर्मा प्रोडक्शंस के साथ जुड़ी हैं।
इस गाने के बोल राजशेखर ने लिखे हैं, जबकि म्यूजिक है जस्टिन प्रभाकरन का। गाने को मधुश्री के साथ मिलकर गाया है अभय जोधपुरकार ने। 20 साल से हिंदी सिनेमा को अपनी मधुर आवाज से दीवाना बना रहीं मधुश्री ने हिंदी के अलावा बंगाली, तमिल, तुलुगू कन्नड़ भाषा में भी गाने गाए हैं। कोलकाता में जन्मीं मधुश्री भट्टाचार्य बाहुबली, जोधा अकबर, रांझणा, रंग दे बसंती, कल हो ना हो, कुछ ना कहो, मोक्ष जैसी हिंदी फिल्मों के गानों को आवाज दी है। वह Zee Bangla Saregamapa (2017) की जज भी रह चुकी हैं। उनके नए गाने की रिलीज के मौके पर टाइम्स नाउ नवभारत ने उनसे कई पहलुओं पर बात की। पेश है बातचीत के अंश-
सवाल- साल 2001 में पहला गाना 'मोहब्बत जिंदगी है' और 20 साल तक अनगिनत सहाबहार गाने, इतने लंबे समय तक टिके रहने के लिए क्या जरूरी है?
जवाब- बदलते वक्त में लंबे समय तक टिके रहने के लिए कई चीजें जरूरी हैं। नियमित अभ्यास करते रहें और अपनी आवाज को जमाने के हिसाब से तैयार करते रहें। जब जैसा गाने का बुलावा आए, आप बिना किसी संकोच के तैयार हो जाएं। वक्त बदल रहा है तो हर तरह से खुद को अपडेट रखें। दूसरी चीज व्यवहार काफी मायने रखता है, आप घमंड ना करें और विनम्र बने रहें।
सवाल- ओटीटी प्लेटफॉर्म ने मनोरंजन जगत की धारणा ही नहीं बदली, बल्कि सिनेमाघर कल्चर को जबरदस्त चुनौती दे डाली। एक कलाकार इस बदलाव को किस नजरिए से देखता है?
जवाब- बिलकुल ठीक कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म ने मनोरंजन जगत की धारणा ही नहीं बदली, बल्कि सिनेमाघर कल्चर को जबरदस्त चुनौती दे डाली। कोरोना काल में जब सिनेमाघर बंद थे तो ओटीटी ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। उस समय ओटीटी एक विकल्प के तौर पर उभरा था लेकिन आज प्रमुख माध्यम बन गया है। हालांकि ये बदलाव एक्टर्स के लिए तो अच्छा है क्योंकि उन्हें मौके मिलने लगे अपना हुनर दिखाने के, लेकिन सिंगर्स के लिए फायदे का सौदा नहीं है। ओटीटी फिल्मों के गाने उतने हिट नहीं हो पाते। कोई गाना बड़ी स्क्रीन पर आता है तो उसका मजा कुछ और होता है। उस गाने को अच्छी लोकप्रियता मिलता है। ओटीटी पर गाने एक तरह से खत्म हो रहा हैं।
सवाल- एक बहस देखी जा रही है। कहा जाता है कि आजकल के गानों में वो बात नहीं जो 20 साल 15-20 साल पहले के गानों में होती है थी?
जवाब- आज का सिनेमा काफी बदल चुका है। पहले फिल्मों में गानों की अधिक अहमियत होती थी और गानों को बाकायदा फिल्माया जाता था लेकिन आज अधिकांश गानों को बैकग्राउंड में रखा जाता है। आज की फिल्म में गानों को उतना महत्व नहीं दिया जाता है।
सवाल- क्या समय के साथ सिंगर्स आउटडेटेड हो जाता है। आप भाई भतीजावाद पर भी बात करती रही हैं, क्या वाकई काम मिलने में नेपोटिज्म मदद करता है।
जवाब- जैसा मैंने कहा कि अगर सिंगर जमाने के साथ अपने को अपडेट नहीं करेगा तो आउटडेटेड हो जाता है। वहीं नेपोटिज्म और ग्रुपिज्म हमेशा से सिनेमा जगत में रहा है और रहेगा। हां एक बात सच है कि अंत में टैलेंट ही काम आता है।
सवाल- आपने अपने करियर में ए आर रहमान के साथ काफी काम किया है। दूसरी ही फिल्म में रहमान का साथ मिला और फिर लगातार कई फिल्मों में... कैसा अनुभव रहा और उनकी सबसे खास बात क्या है।
जवाब- ए आर रहमान जी जी के साथ काम करने में मजा आता है और बहुत कुछ सीखने को मिलता है। मैंने उनके साथ काफी काम किया है और करीब 32 गाने गाए हैं। दो बार हम वर्ल्ड टूर पर गए हैं। उनकी खास बात है कि वो हमेशा नई आवाज को मौका देते हैं और उन्हें बढ़ावा देते हैं।
सवाल- सान्या मल्होत्रा हिंदी सिनेमा की उभरती कलाकार हैं। उनके अंदर क्या खास है जो बाकी अदाकाराओं में नहीं।
जवाब- आज इस भीड़ में सान्या मल्होत्रा बाकी एक्टर्स से काफी अलग हैं। एक बार उनको देख लो तो जेहन से नहीं उतरती। उनके काम में और व्यक्तित्व में काफी गहराई देखने को मिलती है। उनके लिए गाना गाकर दिल से खुशी हुई।