- नूतन ने एक बार अभिनेता संजीव कुमार को तमाचा मार दिया था।
- मैगजीन में छपी थी नूतन और संजीव कुमार के अफेयर की बात।
- इस बात से नाराज हो गई थीं नूतन और खो बैठीं थीं आपा।
When actress Nutan slapped Sanjeev Kumar: अपनी खूबसूरती और दमदार अभिनय से सभी के दिलों में बसने वाली बेहद सौम्य अदाकारा नूतन ने एक बार अभिनेता संजीव कुमार को तमाचा मार दिया था। बेहद सुशील और सादगीपूर्ण अभिनय के लिए मशहूर संजीव कुमार को नूतन ने क्यों तमाचा मारा, इसकी वजह बेहद दिलचस्प है। शादीशुदा और एक बेटे की मां बन चुकीं नूतन को सेट पर पड़ी एक मैगजीन से अपने और संजीव कुमार के अफेयर की बात पता चली तो वो गुस्सा हुईं। उनका गुस्सा इतना अधिक था कि वह खुद पर काबू नहीं रख पाईं और नूतन ने भरे सेट पर संजीव को एक जोरदार तमांचा जड़ दिया था।
बॉलीवुड में किसी एक्टर या एक्ट्रेस की कैमिस्ट्री बहुत अच्छी देखने को मिलती है या दो सितारे साथ काम करते हुए क्लोज आ जाते हैं तो उनके बीच अफेयर की खबरें आना शुरू हो जाती हैं। ऐसे में कुछ सितारे जहां इस पर रिएक्ट करते हैं तो इन अफवाहों पर कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं देते हैं। नूतन और संजीव कुमार का ये मामला भी एक अफवाह की वजह से हुआ था। 1969 में फिल्म देवी में एक्टर संजीव कुमार और नूतन साथ काम कर रहे थे।
टिंग के बीच में मिले वक्त में नूतन ने एक मैग्जीन पढ़ी, जिसमें उनके और संजीव के अफेयर के बारे में छपा था। इस रिपोर्ट के पढ़कर नूतन काफी गुस्सा हुईं और सेट पर ही संजीव को थप्पड़ जड़ दिया। इस बात का जिक्र उन्होंने 1972 में एक मैगजीन को दिए गए इंटरव्यू में किया था। नूतन और संजीव कुमार की दोस्ती को मैगजीन ने अफेयर का नाम दे दियाथा, जिसकी वजह से नूतन की शादीशुदा जिदंगी में खलबली मच गई थी।
नूतन ने महज 14 साल की उम्र में फिल्म हमारी बेटी से डेब्यू किया था। इस फिल्म को उनकी मम्मी ने ही डायरेक्ट किया था। नूतन बॉलीवुड की उन पहली एक्ट्रेस में से एक हैं, जिन्होंने पर्दे पर स्विमसूट पहना था। साल 1958 में आई फिल्म दिल्ली का ठग में नूतन ने स्विमिंग कॉस्ट्यूम पहना था। नूतन ने महज 14 साल की उम्र में एडल्ट फिल्म नगीना की थी। इस को सेंसर बोर्ड ने ए सर्टिफिकेट दिया था। ये एक सस्पेंस थ्रिलर फिल्म थी। हालांकि, 14 साल की उम्र होने के कारण नूतन ये फिल्म नहीं देख पाई। दरअसल उन्हें वॉचमैन ने रोक दिया था। वहीं संजीव कुमार बॉलीवुड के सदाबहार हीरो रहे। उन्हें हर फिल्ममेकर ने सिर आंखों पर बिठाया था।