- पहले सिद्धिमा रखा गया था करीना कपूर का नाम
- दादा राज कपूर ने खास वजह से किया था चुनाव
- जानिए बॉलीवुड एक्ट्रेस का नाम रखने और उसे बदलने की कहानी
मुंबई: अपने पसंदीदा सेलिब्रिटी के बारे में कुछ दिलचस्प कहानियों को जानना फैंस के लिए हमेशा आकर्षक होता है। फिलहाल करीना कपूर खान चर्चा में हैं क्योंकि हर कोई उनके दूसरे जन्म का नाम जानने के लिए बेताब है। करीना और सैफ अली खान को अपने पहले लड़के का नाम तैमूर रखने के बाद सोशल मीडिया पर बड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली थी और इसीलिए उनके दूसरे बेबी के नाम के बारे में जानने को लेकर लोगों में उत्सुकता है और बहुत सारी आशंकाएं भी लगाई जा रही है। इस बीच बता दें कि करीना कपूर के नाम के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है।
कई रिपोर्ट्स के अनुसार, करीना कपूर को पहले उनके दादा राज कपूर ने सिद्धिमा कपूर का नाम दिया था। ऋषि कपूर-नीतू कपूर की बेटी और रणधीर कपूर-बबीता कपूर की बेटी का जन्म गणपति महोत्सव के दौरान छह दिनों के अंतर में हुआ था। इसलिए दादा राज कपूर अपनी पोतियों का नाम रिद्धिमा और सिद्धिमा रखना चाहते थे।
यह भगवान गणेश की दो पत्नियों के नाम के रूप में पौराणिक कहानियों में वर्णित नाम हैं। हालांकि नीतू कपूर ने तो अपनी बेटी का नाम रिद्धिमा रखा, लेकिन बबीता कपूर ने इसे बदलने का फैसला किया। वह कथित तौर पर लियो टॉल्स्टॉय की किताब अन्ना कारेनिना पढ़ रही थीं और इस तरह उन्होंने करीना नाम चुना।
निकनेम बेबो के पीछे की वजह:
निकनेम बेबो के पीछे की वजह के बारे में बात करते हुए एक इंटरव्यू में करीना ने जिक्र किया था कि यह उनकी बड़ी बहन करिश्मा कपूर लोलो के साथ तुकबंदी करने के लिए रखा गया था। उन्होंने कहा, 'मेरे पिता और मां हम दोनों के लिए कुछ मज़ेदार नाम चाहते थे, इसलिए लोलो और बेबो और कोई वास्तविक अर्थ नहीं है। यह एक प्रकार का तुक है। लोलो का अर्थ है लोली, सिंधी में इसे मीठी लूली (सिंधी मीठी रोटी) कहते हैं, इसलिए उसका (करिश्मा कपूर) नाम आया। और मेरा नाम उससे मिलता-जुलता रखा गया।'