- 06 फरवरी, 2022 को हुआ था लता मंगेशकर का निधन।
- लता मंगेशकर की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हुए थे धर्मेंद्र।
- धर्मेंद्र ने खुद बताई लता दीदी की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं होने की वजह।
स्वर कोकिला के नाम से जानी जाने वाली मशहूर सिंगर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 06 फरवरी, 2022 को मल्टी ऑर्गन फेल्योर के चलते निधन हो गया। कोरोना होने के बाद 08 जनवरी से वो मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) में भर्ती थीं जहां उनका इलाज चल रहा था लेकिन उनकी हालत खराब होती चली गई जिसके बाद 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
इस वजह से नहीं पहुंचे धर्मेंद्र
लता मंगेशकर के निधन के बाद पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर फैल गई। उनके अंतिम दर्शन के लिए तमाम सेलेब्स पहुंचे। उनके निधन के बाद ईटाइम्स ने एक्टर धर्मेंद्र से इस बारे में बात की तो उन्होंने अपना दुख बयां किया। धर्मेंद्र ने बताया कि वो लता मंगेशकर की अंतिम यात्रा में शामिल होना चाहते थे लेकिन वो ऐसा नहीं कर सके। इसपर उन्होंने कहा, 'मैं बहुत परेशान और असहज था। मैं लता दीदी की अंतिम यात्रा में जाने के लिए एक बार नहीं बल्कि तीन बार तैयार हुआ। लेकिन हर बार मैंने खुद को रोक लिया। मैं उन्हें हमें छोड़कर जाते नहीं देखना चाहता था। मैं उनके निधन की खबर सुनने के बाद से बहुत परेशान था।'
धर्मेंद्र को तोहफे भेजती थीं लता मंगेशकर
लता मंगेशकर के बारे में आगे बात करते हुए धर्मेंद्र ने बताया कि वो उन्हें तोहफे भेजा करती थीं। उन्होंने कहा, 'मैं आपको यह भी बताना चाहता हूं कि वह कभी-कभार मुझे गिफ्ट्स भी भेजती थीं। वह मुझे काफी प्रेरित करती थीं और मुझसे कहती रहती थीं कि 'मजबूत रहो'। मुझे याद है कि मैंने एक बार ट्विटर पर थोड़ा उदास पोस्ट लिखा था तो उन्होंने तुरंत फोन किया और पूछा कि क्या मैं ठीक हूं? और मुझे चीयर करने के लिए 30 मिनट तक मुझसे बात की। कुछ समय पहले तक हम अक्सर 25-30 मिनट तक बात करते थे। उन्हें मुझसे काफी प्यार था।'
जब लता मंगेशकर की बात से हैरान थे धर्मेंद्र
धर्मेंद्र ने आगे बात करते हुए लता मंगेशकर से जुड़ा एक किस्सा बताया। उन्होंने कहा, 'मैं आपको एक और घटना बताता हूं, जिससे पता चलेगा कि वो मुझे कितना प्यार करती थीं। एक अवॉर्ड फंक्शन में उन्होंने बताया कि जब मैं उनसे पहली बार मिला थी तब मैंने बेज कलर की शर्ट पहनी हुई थी। मैं इतना हैरान था कि मेरे पास शब्द नहीं थे।'
मालूम हो कि लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में दीनानाथ मंगेशकर के घर हुआ था और वो उनकी सबसे बड़ी बेटी थीं। लता जब 13 साल की थीं तो उनके पिता का निधन हो गया था। इसके बाद उनके ऊपर परिवार की जिम्मेदारी आ गई थी। 13 साल की उम्र में उन्होंने फिल्म 'पहिली मंगलागौर' से डेब्यू किया था। लता मंगेशकर की पहली कमाई 25 रुपए थी। लता जी को 1949 में फिल्म महल के गाने 'आयेगा आनेवाला' को गाने का मौका मिला।