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मुख्य बातें
- दिव्या दत्ता को वीर जारा से मिली थी खास पहचान
- दिव्या का जन्म पंजाब के लुधियाना में साल 1977 में हुआ था
- दिव्या के मुताबिक बचपन में वह दंगों को देख डर गई थीं
Divya Dutta rare facts: वीर-जारा, भाग मिल्खा भाग और रागिनी एमएमएस 2 जैसी फिल्मों में दमदार अभिनय से लोगों का दिल जीतने वाली मशहूर अदाकारा दिव्या दत्ता ने बॉलीवुड में अपनी एक अलग छवि बनाई है। उन्होंने एक्टिंग से लेकर डबिंग तक सबमें अपना हाथ आजमाया है। उन्होंने अपने टैलेंट के दम पर कई नेशनल और इंटरनेशनल अवार्ड भी जीतें। दिव्या 25 सितंबर यानि आज अपना 44वां जन्मदिन मना रही हैं। इस खास मौके पर हम आपको उनके जिंदगी के सफर और यहां तक के संघर्ष के कुछ किस्सों के बारे में बताएंगे।
- मुंबई आने से पहले, दिव्या दत्ता ने पंजाब में क्षेत्रीय टेलीविजन विज्ञापनों के लिए मॉडलिंग में अपनी किस्मत आजमाई थी। बाद में, 1994 में वह मुंबई आईं। उन्होंने 17 साल की उम्र में बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की। उनकी पहली फिल्म इश्क में जीना इश्क में मरना थी। बताया जाता है कि इसे उत्तर प्रदेश में टैक्स छूट दी गई थी।
- दिव्या का जन्म पंजाब के लुधियाना शहर में साल 1977 में हुआ था। वह एक पंजाबी हिंदू परिवार में संबंध रखती हैं। दिव्या जब सात साल की थीं तभी उनके सिर से पिता का साया छिन गया था। पिता के गुजरने के बाद दिव्या की मां ने ही अकेले उनका पालन पोषण किया। दिव्या दत्ता की मां डॉ. नलिनी दत्ता एक सरकारी अधिकारी थीं। दिव्या ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वह छोटी थीं और साल 1984 में पंजाब में सिख दंगे हुए थे तक वह बहुत डर गई थीं। वह उस दौर को आज भी भूल नहीं पाती हैं।
- दिव्या को इरादा में उनके प्रदर्शन के लिए 2018 में पहला राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। उन्होंने इसमें एक सहायक किरदार निभाया था। जिसमें नसीरुद्दीन शाह, अरशद वारसी, शरद केलकर, सागरिका घाटगे जैसे कलाकारों ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
- दिव्या दत्ता अपने बेहतरीन अभिनय के दम पर अब तक जी सिने अवॉर्ड, आईफा अवॉर्ड सहित अन्य कई अवॉर्ड जीत चुकी हैं।
- मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दिव्या दत्ता ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कमांडर संदीप शेरगिल से सगाई की थी, लेकिन जल्द ही ये टूट गई थी।इसके बाद से उन्होंने शादी को लेकर कुछ नहीं सोचा। 44 साल की होकर भी वह आज तक कुंवारी हैं।