- सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या पर अनुपम खेर ने चुप्पी तोड़ी है।
- अनुपम खेर ने कहा कि निर्भया को भी इंसाफ मिलने में आठ साल लग गए थे।
- अनुपम खेर ने कहा कि सुशांत डिप्रेशन में आकर जान नहीं दे सकते हैं।
मुंबई. सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद उनका परिवार, फैंस और कई बॉलीवुड सेलेब्स ने डिप्रेशन की बात को खारिज किया है। अब फिल्म एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी में सुशांत के पिता का किरदार निभा चुके अनुपम खेर ने कहा है कि सुशांत को डिप्रेशन नहीं हो सकता।
Frankly Speaking शो में Times Now की ग्रुप एडिटर नविका कुमार से बातचीत में अनुपम खेर ने कहा- 'मेंटल हेल्थ और अकेलापन से कोई भी जूझ सकता है। हालांकि, सुशांत ऐसे कतई नहीं थे जो डिप्रेशन में आकर अपनी जान दे दें।'
बकौल अनुपम खेर- 'मेंटल हेल्थ की समस्या उसे भी हो सकती है जो सबसे खुश है। मैं भी ऐसा बुरा वक्त देख चुका हूं। कई लोग मेरी बात पर विश्वास नहीं करेंगे। मैं अपने डॉक्टर से मिला था कि मुझे नींद नहीं आ रही है तो उन्होंने मुझे मनोचिकित्सक के पास जाने की सलाह दी थी।'
निर्भया को आठ साल बाद मिला इंसाफ
अनुपम खेर ने सुशांत केस की निर्भया केस से तुलना करते हुए कहा- 'निर्भया के परिवारवालों आठ साल न्याय के लिए लड़ते रहे। निर्भया को कोई नहीं जानता था, लेकिन पूरी दुनिया उसके लिए खड़ी हो गई क्योंकि सभी जानते थे कि उसके साथ बरबरता हुई है।'
बकौल अनुपम खेर- 'इस बार सुशांत सिंह राजपूत के लिए पूरी दुनिया एक साथ खड़ी है। एक कारण चाहिए होता है उसके लिए। मैं 100 प्रतिशत दावे के साथ कह सकता हूं कि सुशांत की आत्महत्या से कई चीजें बदलेंगी।'
उसकी अपनी उड़ान थी
अनुपम खेर ने कहा- सुशांत की अपनी उड़ान थी वह अपने पंखों से उड़ना चाहता था। मुझे बहुत दुख होता है कि इस लॉकडाउन में अपने कई बड़े सितारों को खो दिया है। सुशांत के जरिए हम सभी की मौत का शोक मना रहे हैं।
फिल्म इंडस्ट्री में कैंप के बारे में बोलते हुए कहा- 'फिल्म इंडस्ट्री में सब कुछ स्याह नहीं है। हमारी फिल्म इंडस्ट्री में कई अच्छी चीजे हैं। मैंने भी 500 से ज्यादा फिल्म की है। ये फिल्म मेरे पिता या दादा ने नहीं डायरेक्ट की थी।'