- रिया चक्रवर्ती से प्रवर्तन निदेशालय ने दूसरे दौर की पूछताछ कर ली है।
- पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
- रिया चक्रवर्ती दूसरे दौर की पूछताछ में भी कई सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दे पाईं हैं।
मुंबई. मनी लॉन्डरिंग केस में रिया चक्रवर्ती से प्रवर्तन निदेशालय ने आज दूसरे दौर की पूछताछ की है। पूछताछ के बाद रिया चक्रवर्ती अपने भाई रात नौ बजे ईडी के दफ्तर से बाहर निकली। इस पूछताछ में भी रिया चक्रवर्ती कुछ सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाईं हैं।
Times Now को प्रवर्तन निदेशालय के एक सूत्र ने बताया कि रिया ने पूछताछ में बताया है कि वह सुशांत सिंह राजपूत के फाइनेंस को कंट्रोल करती थीं। रिया अपने खातों में जमा पैसे और आईटीआर में आए फर्क को नहीं समझा सकीं।
सूत्रों के मुताबिक रिया चक्रवर्ती के आईटीआर में होम लोन से मिलने वाली छूट का भी जिक्र नहीं है। इसके अलावा प्रॉपर्टी और रियल एस्टेट में जो पैसा लगाया है, वह कहां से आया इसका भी पता भी नहीं लग सका है।
डायरेक्टर से मांगी थी मदद
प्रवर्तन निदेशालय ने रिया चक्रवर्ती का फोन सीज कर लिया था। अब फोन डंप एनालिसिस रिपोर्ट के मुताबिक आठ जून के बाद रिया चक्रवर्ती 8 जून के बाद डायरेक्टर महेश भट्ट के लगातार संपर्क में थीं। रिया इसके अलावा एक और फेमस डायरेक्टर के संपर्क में थीं।
फोन डंप एनालिसिस रिपोर्ट के मुताबिक रिया चक्रवर्ती उस डायरेक्टर से मदद मांग रही थीं कि मीडिया उन्हें मदद करें। रिया उन पत्रकारों का नंबर मांग रही थीं जो उनके बारे में अच्छी खबरें दिखाए या छापे।
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया एफिडेविट
रिया चक्रवर्ती ने आज सुप्रीम कोर्ट में भी एफिडेविट दाखिल किया था। अपने एफिडेविट में रिया चक्रवर्ती ने कहा था कि बिहार में होने वाले चुनाव के कारण सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या को बढ़ा-चढ़ाकर तूल दिया जा रहा है।
रिया चक्रवर्ती ने मीडिया ट्रायल पर लिखा- 'मीडिया इस मामले को बढ़ा-चढ़कार पेश कर रही है। मीडिया ने पहले ही याचिकाकर्ता को दोषी ठहरा दिया है। इस वजह से उन्हें ट्रॉमा से गुजरना पड़ रहा है। इसके अलावा मेरी निजिता के अधिकारों का भी हनन हो रहा है।'