- कंगना रनौत ने बीएमसी द्वारा घर तोड़ने की कार्रवाई पर खुलकर बात की है।
- कंगना रनौत ने बताया कि बीएमसी के अधिकारी काफी दुखी थे।
- कंगना के मुताबिक मेरी बिल्डिंग की प्रेसिडेंट ने मुझे इसके बारे में बताया।
मुंबई. कंगना रनौत पिछले काफी वक्त से चर्चा में हैं। सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद नेपोटिज्म और महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ हमला बोलना या बीएमसी द्वारा ऑफिस तोड़ने के बाद कंगना ने अब कई सवालों के जवाब दिए हैं।
Times Now के शो Frankly Speaking में कंगना ने बताया कि- 'बीएमसी के अधिकारियों ने मेरे घर का ताला तोड़ा और कम से कम 40 से 50 घर तोड़ने वाले लेकर आए थे। मेरी बिल्डिंग की प्रेसिडेंट बहुत अच्छी महिला हैं, वह मेरी मां समान हैं।'
बकौल कंगना- 'जब मेरा घर टूट रहा था तो मेरी बिल्डिंग की प्रेसिडेंट की आंखों में आंसू थे। बीएमसी में काम करने वाले उनके जानने वाले हैं। वह उनसे कह रहे थे कि, जो ये हमसे करवा रहे हैं इससे हमारे बच्चों को बद्दुआ लगेगी। हमारे कर्मों का फल हमारे बच्चों को भुगतना पड़ेगा।'
ऐसा लगा जैसे रेप हुआ
कंगना ने घर तोड़ने की तुलना रेप से की है। कंगना कहती हैं- 'मैं फ्लाइट में थीं, तभी बुलडोजर पहुंच चुका था। मैंने तुरंत अपने वकील को फोन किया। उन्होंने मुझे दिलासा दिया कि कुछ भी नहीं होगा।'
कंगना आगे कहती हैं- 'इस तरह का ट्रीटमेंट गैंगस्टर के साथ भी नहीं किया जाता है। मेरे घर के विध्वंस के बाद, मुझे लगा जैसे मेरे साथ बलात्कार हुआ है। मुझे टॉर्चर किया गया। धमकी भरे कॉल आए कि मुझे जेल में डाल दिया जाएगा। मेरे दोस्तो, करीबियों को धमकाया गया।'
कई लोग थे खुश
कंगना से इंट क्या इस दौरान किसी ने उन्हें सपोर्ट किया? क्या कोई उनके साथ आकर खड़ा हुआ? इसके जवाब में कंगना ने कहा कि बॉलीवुड ने उनका समर्थन नहीं किया। कई लोग तो मुझे चुप करवाए जाने की इस कोशिश से खुश भी थे।
कंगना आगे कहती हैं- 'कई लोग खुश थे कि दिमागी तौर पर मेरा रेप किया गया। कंगना ने कहा कि मेरे परिवार, दोस्तों और समर्थकों ने सपोर्ट किया। जो लोग आज जश्न मना रहे हैं, वो अपनी कब्र खोद रहे हैं। सरकार आती- जाती है लेकिन इतिहास इन्हें माफ नहीं करेगा।'