- रंगों और होली से जुड़े हैं बॉलीवुड की बहुत सारी फिल्मों के नाम
- रंग बिरंगे नामों ने कई बार हिंदी सिनेमा में लगाए हैं चार चांद
- कई बार शानदार तो कभी बहुत अजब-गजब ढंग से हुआ इस्तेमाल
मुंबई: होली को भारत में उत्साह उमंग और रंगों के त्यौहार के रूप में जाना जाता है और इसकी यह पहचान देश ही नहीं पूरी दुनिया में है। होली का उत्साह और उमंग कुछ ऐसे हैं कि जो रंगों के उत्सव में लोगों को छूने में कामयाब हो ही जाते हैं। ऐसा ही कुछ अक्सर बॉलीवुड और फिल्म जगत को लेकर होता आया है, जहां फिल्में लोगों के दिलों को छूने में कामयाब रहीं।
होली के दिन रंगों की बात होती है और यहां बॉलीवुड फिल्मों के रंगों से जुड़े पहलू के बारे में हम आपसे बात करने जा रहे हैं। कुछ फिल्मों के नाम ऐसे हैं जो रंगों से बहुत हद तक प्रभावित नजर आते हैं और ऐसा लगता है कि फिल्मों के ये नाम भी मानों होली खेल रहे हों, एक नजर डालते हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों पर।
बॉलीवुड में लाल- लाल रंग होली के अहम और सबसे चटख रंगों में से एक है और लाल रंग पर कई फिल्में भी बनी हैं जैसे- लाल बंगला (1966), लाल किला (1961), लाल पत्थर (1972) तथा लाल हवेली (1944) लाल दुपट्टा (1948) और लाल चुनरिया (1983)। इसके अलावा लाल सलाम (2002), काली टोपी लाल रुमाल (1959) और लाल बत्ती (1957) जैसी फिल्में भी लाल से जुड़ी हुई हैं।
सैफ अली खान की 'लाल कप्तान' 2019 में रिलीज हुई। अनुराग कश्यप ने तो 'गुलाल' नाम से ही फिल्म बनाई थी। अंग्रेजी में लाल को रेड कहते हैं और इस नाम से भी फिल्में बन चुकी हैं। जैसे- रेड रोज़ (1980), रेड सिग्नल (1941), रेड स्वस्तिक (2007) और रेड (2007)।
नीले रंग की विशालता: नीले रंग का अपना अलग ही महत्व है और यह रंग विशालता की याद दिलाता है। धरती पर नीला रंग बहुत बड़े पैमाने पर फैला दिखता है। जैसे- नीला आसमान, पृथ्वी पर फैला बड़ा नीला समुद्र। बॉलीवुड फिल्मों के नाम भी नीला रंग फैला नजर आता है।
नीला आकाश (1965), नीलकमल (1947, 1968), नीला (1935), नीलम परी (1952), नील मणि (1957), नीली आंखें (1962) और नीलम (1945) जैसी फिल्में हमें देखने को मिलती रही हैं। अगर अंग्रेजी की बात करें तो ‘ब्लू’ मल्टीस्टारर फिल्म याद आती है जिसमें अक्षय कुमार, कैटरीना कैफ और संजय दत्त मौूद थे।
काला: काले रंग की छाया भी बॉलीवुड पर खूब नजर आती है। अमिताभ बच्चन और रानी मुखर्जी की साल 2005 में आई 'ब्लैक' इस नाम से याद आती है। इसके अलावा काला समुंदर (1962), काला पर्वत (1971), काला घोड़ा (1963), काला सोना (1975), काला आदमी (1978), काला पत्थर (1979), काला पानी (1958, 1980), काला धंधा गोरे लोग (1986), काला बाजार (1960, 1989), काला सच (1995) जैसे नाम भी भूले नहीं जा सकते।
रंगीले, रंग-बिरंगे नाम वाली फिल्में: रंगीले नाम से भी बॉलीवुड में कई फिल्में आ चुकी हैं। रंगीला मुसाफिर (1950), रंगीला (1952, 1995), रंगीला राजा (1960) रंगीला रतन (1976), रंगीन रातें (1956) और रंगीन कहानी (1947) जैसे नाम इसके उदाहरण हैं। आमिर खान भी रामगोपाल वर्मा की 1995 में आई फिल्म 'रंगीला' में नजर आ चुके हैं।
इसके अलावा रंगों के त्यौहार पर रंग-बिरंगी (1983), रुत रंगीली आई (1972), रंगोली (1962), नवरंग (1959), रंगीला राजस्थान (1949) और रंग महल (1948) जैसी फिल्में कैसे भूल सकते हैं।
'होली' के नाम वाली फिल्में: कुछ फिल्मों के नाम तो सीधे होली से जुड़े रहे हैं, जैसे कि- होली (1940, 1984), होली आई रे (1970), सिंदूर की होली (1996) और कर्मा, कन्फेशन एंड होली (2009) ये फिल्में नाम के साथ ही होली की छवि अपने साथ दर्शकों के बीच लेकर आईं।