महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सिनेमा जगत के लोगों से बात की। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उद्धव ठाकरे ने सिनेमा जगत की समस्याओं को सुना और समाधान का भरोसा दिया। इस बातचीत में सिनेमा जगत के तमाम नुमाइंदे शरीक हुए और उन्होंने कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से हो रही परेशानी से सीएम को अवगत कराया। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मनोरंजन जगत से जुड़े लोगों की समस्याओं को मुख्यमंत्री ने सुना और अपनी तरफ से उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके लिए हर तरह की सहूलियत की जाएगी।
बता दें कि एक दिन पहले फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिनेम एम्प्लॉयज (FWICE) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सिनेमा जगत का काम शुरू करने की अनुमति देने के लिए खत लिखा था। मुख्य सलाहकार अशोक पंडित की तरफ से भेजे गए खत में मुख्यमंत्री से अन्य कार्यों की तरह सिनेमा के पोस्ट प्रोडक्शन कार्य के लिए अनुमति देने की मांग की गई थी।
Fwice ने लिखा है कि यह 5 लाख से अधिक सदस्यों वाली संस्था है। सिनेमा जगत देश को सर्वाधिक रेवेन्यू देने वाली बॉडी है। तमाम फिल्मों में अनगिनत प्रोड्यूसर्स ने निवेश किया हुआ है और लॉकडाउन के चलते सब कुछ फंसा है। किसी के पास भी भविष्य की कोई योजना नहीं है। इसलिए हम आपके संज्ञान में यह मसला लाना चाहते हैं।
इसके बाद सीएम ने सिनेमा जगत की ओर गौर किया। बातचीत में उन्होंने कहा कि शूटिंग और पोस्ट प्रोडक्शन से जुड़ी गतिविधियों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए और एक रणनीति अगर तैयार कर ली जाए तो सरकार इस पर विचार करेगी।
इसी के साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार टेक्निशियंस, बैकग्राउंड बैकस्टेज कलाकारों, लोक कलाकारों और तमाशा कलाकारों के संग मुसीबत की घड़ी में खड़ी है। इतना ही नहीं सीएम ने फिल्मों के सेट के किराए में छूट देने की बात भी कही।