बॉलीवुड सिंगर और म्यूजिक कंपोजर अनु मलिक पर पिछले साल सिंगर सोना महापात्रा सहित कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के बाद अनु मलिक ने इंडियन आइडल 11 के जज की कुर्सी भी छोड़ दी थी और उनकी जगह हिमेश रेशमिया ने ली थी। अनु पर सोना महापात्रा, श्वेता पंडित, नेहा भसीन, केरालिसा मोन्टेरियो और डेनिका डिसूजा ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इन आरोपों की जांच की और सुबूतों के अभाव में उनके खिलाफ केस खारिज हो गया है।
महिला आयोग की ओर से बरनाली शोम ने सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की माधुरी मल्होत्रा को पत्र लिखकर बता दिया है कि अनु मलिक को क्लीन चिट दे दी गई है। आयोग ने सोना मोहापात्रा से सुबूत मांगे थे, जिन्हें वह नहीं दे पाईं। आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा के अनुसार- शिकायतकर्ता की मांग पर एक्शन लेते हुए उनसे बात की गई। शिकायतकर्ता ने कहा वह अभी बाहर हैं और वापस आकर मिलेंगी लेकिन 45 दिन इंतजार के बाद भी वह मिलने नहीं आईं और ना ही पर्याप्त दस्तावेज उपलब्ध करा सकीं। मिला।
बता दें कि लंबे वक्त तक इन आरोपों का कलंक झेलने के बाद अनु मलिक को क्लीन चिट मिल गई है। अनु मलिक लगातार अपनी सफाई दे रहे थे और आरोप लगने के बाद उन्होंने ओपन लेटर भी लिखा था। उन्होंने कहा था मुझपर जो आरोप लगाये जा रहे हैं वो पूरी तरह निराधार हैं। मैं दो लड़कियों का पिता हूं और ऐसे आरोप लगना बेहद खराब है। अनु मलिक के खिलाफ सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी सामने आई तो उन्होंने खुद इंडियन आइडल के मेकर्स से जज के तौर पर शो छोड़ने की अपनी इच्छा जाहिर की थी।
मालूम हो कि साल 2018 में पहली बार सिंगर सोना मोहापात्रा ने अनु मलिक पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। अब एक बार फिर उन्होंने अनु के खिलाफ महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को ओपन लेटर लिखा और इस मामले में उनसे दखल देने की अपील की। उन्होंने इसे ट्विटर पर शेयर किया, इसके साथ ही उन्होंने स्मृति का वो बयान भी शेयर किया जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार ने यौन अपराधियों का डेटाबेस बनाना शुरू कर दिया है।