- बॉलीवुड की पहली महिला सुपरस्टार नरगिस दत्त का आज बर्थडे है।
- नरगिस दत्त की मौत पर संजय दत्त बिल्कुल भी नहीं रोए।
- नरगिस दत्त के मैसेज ने संजय दत्त की ड्रग्स की लत छुड़वाई थी।
मुंबई. भारतीय सिनेमा की फर्स्ट लेडी और पहली महिला सुपरस्टार नरगिस दत्त का आज 92वां बर्थडे है। नरगिस दत्त बॉलीवुड की पहली महिला म्यूजिक डायरेक्टर जद्दनबाई की बेटी हैं। नरगिस दत्त ने अपने करियर की शुरुआत साल 1935 में बतौर चाइल्ड एक्ट्रेस तलाश-ए-हक से की थी। 1949 में उन्होंने महबूब खान की फिल्म अंदाज से बतौर लीड एक्ट्रेस डेब्यू किया था।
नरगिस दत्त संजय दत्त की मम्मी भी हैं। संजय दत्त एक वक्त ड्रग्स की लत के शिकार हो गए थे। यही नहीं, नरगिस दत्त की मौत के वक्त वह इस लत का शिकार थे। हालांकि, नरगिस के आखिरी मैसेज से उनकी ये लत छूटी।
साल 1981 में 51 साल की उम्र में कैंसर के कारण नरगिस दत्त का निधन हो गया था। संजय दत्त ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मां की मौत के बाद वे बिल्कुल नहीं रोए थे। वहीं, अस्पताल में सुनील दत्त नरगिस की आवाज रिकॉर्ड किया करते थे।
ये था मां का मैसेज
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक ड्रग्स की लत छुड़वाने के लिए संजू को अमरीका के ड्रग्स रिहैब में भेजा गया। इस रिहैब में संजय एक ग्रुप में बैठे थे, तभी एक लड़के ने अचानक नरगिस का रिकॉर्डेड मैसेज प्ले कर दिया जो प्यारे बेटे संजू के नाम था।
नरगिस ने बेटे संजय से कहा था, 'संजू, किसी भी चीज से बढ़कर अपनी विनम्रता को रखना। अपने चरित्र को साफ रखना। कभी शो ऑफ मत करना। नम्र रहना और हमेशा बड़ों का सम्मान करना। ये वो चीजें हैं, जो तुम्हे आगे लेकर जाएंगी और तुम्हे काम करने की ताकत देंगी।'
घंटों रोए संजय दत्त
संजय दत्त आगे चलकर एक इंटरव्यू में बताते हैं, 'मॉम की ये आवाज सुनी तो मैं घंटों रोया। मां के मरने के दो साल बाद ये सुनकर मैं चार-पांच घंटे रोया। जब मेरी आंखों से आंसू रुके तो मैं बदला हुआ था".
आपको बता दें कि मां की मौत के कुछ दिन बाद ही संजू डेब्यू फिल्म रॉकी रिलीज हुई थी। वहीं, साल 2018 में संजय दत्त की बायोपिक संजू रिलीज हुई थी। इस फिल्म में नरगिस दत्त का किरदार मनीषा कोइराला ने निभाया था।