- नवाजुद्दीन सिद्दिकी ने बताया, काम की कमी के चलते करना चाहता था सुसाइड
- नवाजुद्दीन बोले- डेढ़ साल तक नहीं था पैसा
- नवाजुद्दीन बोले- लगता था जल्द मरने वाला हूं
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद लोग मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बात कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर आम लोगों से लेकर सेलेब्स तक डिप्रेशन के बारे में चर्चा कर रहे हैं।
सुशांत सिंह राजपूत पिछले कुछ समय से डिप्रेशन में थे और इसी के चलते उन्होंने ये कदम उठाया। अब बॉलीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दिकी ने बताया कि वो भी इस गंभीर बीमारी का शिकार हो चुके हैं। नवाजुद्दीन ने अपने स्ट्रगल के दिनों के बारे में बात करते हुआ बताया कि पैसे और काम की कमी के चलते वो भी डिप्रेशन में रह चुके हैं, हालांकि वो पूरी तरह इससे बाहर निकल आए।
'मजदूरों की तरह काम करता और सोचता था'
नवाजुद्दीन ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए बताया, 'मैं हमेशा से मजदूरों की तरह मेहनती रहा हूं। मुझे नहीं लगता कि मैं उनसे ज्यादा कुछ हूं। मेरा इरादा भी उन्ही की तरह था, मैंने कभी बड़ा स्टार बनने का सपना नहीं देखा। मैं हमेशा से गुजारा करना और अगली बार खाना खाने के लिए कमाना चाहता था। 10 साल तक मेरे साथ यही चलता रहा। मैंने बहुत अजीब तरह की नौकरियां की और मैं खाना खाने अपने दोस्त के घर जाया करता था। वो समय मुश्किल था लेकिन हम अभी से ज्यादा खुश थे। लेकिन हां कभी- कभी काम की कमी के चलते मुझे डिप्रेशन हो जाता था। जब आप बड़ा सोचते हैं तब आपको डिप्रेशन शुरू होता है।'
सुसाइड करने का आया था ख्याल
नवाजुद्दीन ने बताया कि उनके दिमाग में सुसाइड करने का ख्याल आया था। एक्टर ने बताया कि एक बार उनके पास करीब डेढ़ साल तक पैसा नहीं था और इस दौरान उनके दिमाग में आत्महत्या का ख्याल आया था।
नवाजुद्दीन के लिए इतना मुश्किल था समय
नवाजुद्दीन ने अपने स्ट्रगलिंग के दिनों को याद करते हुए कहा, 'मैं अक्सर खाने के लिए अपने दोस्त के घर बिना ट्रेन के जाता था और पैदल ही वहां से वापस आता था। मैं ठीक तरह से खाना नहीं खा रहा था इसलिए मैं कमजोर होता जा रहा था और मेरे बाल झड़ने लगे थे। मैं 2 किलोमीटर चलने के बाद ही थक जाया करता था। मुझे लगता था कि मैं जल्द ही मरने वाला हूं। मैं नहीं जानता था कि कितने दिन जिंदा रहूंगा और इसलिए मैं दुनिया से कटा हुआ रहता था।'
लॉकडाउन में भी हो गए थे डिप्रेस्ड
नवाजुद्दीन ने बताया कि जब देश में लॉकडाउन शुरू हुआ तब वो डिप्रेस्ड महसूस करते थे। एक्टर ने बताया कि शुरुआत में उन्हें लगता था कि यह सपना है लेकिन जल्द ही उन्होंने इसके साथ एडजस्ट कर लिया। एक्टर ने बताया, 'मेरे ऑफिस में सीलिंग से लीकेज होती थी तो मैं बाल्टी में उस पानी को इकट्ठा करता था और बाहर फेंकता था। वहां एसी भी नहीं था।' नवाजुद्दीन ने बताया कि वो अपने ऑफिस के एक कोने में सोते थे और वहीं सब काम करते थे। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने प्रवासी मजदूरों और दूसरे लोगों के बारे में सोचा तो अपने लिए परेशान होना बंद कर दिया।
मालूम हो कि हाल ही में डिप्रेशन के चलते एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।