Oscar Award 2020: मनोरंजन जगत का सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड समारोह 'ऑस्कर 2020' का आयोजन 10 फरवरी को होने जा रहा है। दुनिया भर में ऑस्कर के नाम से मशहूर अकेडमी अवॉर्ड्स का ये 92वां समारोह है। साल 2009 के बाद किसी भारतीय फिल्म को यह पुरस्कार नहीं मिला है और इस साल भी रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की गली बॉय टॉप 10 में जगह नहीं बना सकी। आइये जानते हैं किस हिंदी फिल्म को सबसे पहले इस पुरस्कार के लिए नोमिनेट किया गया था और किस भारतीय को सबसे पहले मिला था यह अवॉर्ड-
ऑस्कर के लिए सबसे पहली भारतीय फिल्म 'मदर इंडिया' को नॉमिनेट किया गया था। हालांकि यह फिल्म अवॉर्ड तो नहीं जीत पाई लेकिन इसने काफी तारीफें बटोरीं। इसे बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म में नॉमिनेट किया गया था। इस फिल्म का निर्देशन महबूब खान ने किया था।
भानु अथैया ऑस्कर जीतने वाली पहली भारतीय हैं। उन्हें 1983 में गांधी फिल्म के लिए बेस्ट कॉस्टयूम डिजाइनर का अकेडमी अवॉर्ड मिला था। उसी साल म्यूजिक डायरेक्टर रवि शंकर भी नॉमिनेट हुए थे लेकिन वो यह अवॉर्ड जीत नहीं पाए थे। 1983 के ऑस्कर में इस फिल्म को 11 श्रेणियों में नॉमिनेट किया गया था जिसमें सर्वश्रेष्ठ फिल्म, निर्देशक, अभिनेता, स्क्रीनप्ले समेत 8 श्रेणियों में फिल्म ने पुरस्कार जीता था।
इसके बाद 1992 में सत्यजीत रे को ऑस्कर में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। 2009 के बाद भारत को ऑस्कर नहीं मिला था, इस साल तीन भारतीयों को एक ही फिल्म के लिए ऑस्कर अवॉर्ड मिला था। रेसुल पुकुट्टी को स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए बेस्ट साउंड मिक्सिंग, गुलजार साहब को स्लमडॉग मिलियनेयर के जय हो गाने के लिए बेस्ट गीतकार और एआर रहमान जय हो गाने के लिए एआर रहमान को बेस्ट ऑरिजनल स्कोर के लिए अवॉर्ड मिला था।