- पंचायत का दूसरा सीजन तय तारीख से करीब 36 घंटे पहले रिलीज कर दिया गया है
- जनता की भारी डिमांड के कारण मेकर्स ने ऐसा करने का फैसला किया।
- निर्देशक दीपक कुमार मिश्रा ने बताया कि उन्होंने इसका नाम 'पंचायत' क्यों रखा।
पंचायत का दूसरा सीजन तय तारीख से करीब 36 घंटे पहले रिलीज कर दिया गया है। जनता की भारी डिमांड के कारण मेकर्स ने ऐसा करने का फैसला किया। बड़े दिल वाले छोटे से गांव फुलेरा ने प्राइम वीडियो सीरीज 'पंचायत' के पहले सीजन का लुत्फ उठाते हुए प्रशंसकों के दिल में एक खास जगह बना ली है।
जितेंद्र कुमार, रघुवीर यादव और नीना गुप्ता स्टारर इस सीरीज काफी मजेदार है। यह सीरीज एक इंजीनियरिंग स्नातक अभिषेक की कहानी है जो पूर्वी यूपी के फुलेरा गांव में पंचायत सचिव बनता है। इस सीरीज में पंचायत सहायक की भूमिका में नजर आए हैं चंदन रॉय। 'पंचायत' एक साधारण जीवन की कहानी है जो ग्रामीण भारत की जमीनी हकीकत को दर्शाती है।
देश-समाज की खुशबू लिए ये स्टोरी ग्रामीण जीवन से रू-ब-रू कराती है। पंचायत के दूसरे सीजन में करीब 35-35 मिनट के आठ एपिसोड हैं और कहानी वहीं से शुरू होती है, जहां पहले सीजन में खत्म हुई थी। निर्देशक दीपक कुमार मिश्रा ने बताया कि उन्होंने इसका नाम 'पंचायत' क्यों रखा।
मिश्रा ने कहा, "भारत में एक पंचायत गांव के जीवन की पहचान है। मैं क्लासिक शो के लिए दर्शकों के शौक को पुनर्जीवित करना चाहता था और इसे वास्तविकता से जोड़ना चाहता था। जब हम बच्चे थे, हम 'मालगुडी डेज' जैसे शो देखते हुए बड़े हुए थे। 'पंचतंत्र' इसमें छोटे गांव की संस्कृति का सार था। हमारा उद्देश्य नए जमाने की पीढ़ी को यह दिखाना था कि हम दिन में क्या देखते हुए बड़े हुए हैं। पंचायत का नाम दर्शकों को उनकी मातृभूमि से जोड़ता है।"
उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को उस वातावरण के समान शो का अनुभव करने में काफी समय लगा, जिसे देखकर पिछली पीढ़ियां बड़ी हुईं। स्लाइस-ऑफ-लाइफ ड्रामा ने अपने दर्शकों के साथ तालमेल बिठा लिया है। नए सीजन की स्ट्रीमिंग एक्सक्लूसिव तौर पर प्राइम वीडियो पर हो रही है।