- फिल्म '83' में पंकज त्रिपाठी के मान सिंह के किरदार को सराहा गया
- वेब सीरीज क्रिमिनल जस्टिस-3 की शूटिंग शुरू कर चुके हैं
- मिर्जापुर-3 को लेकर दिया संकेत
पंकज त्रिपाठी बॉलीवुड के उम्दा कलाकारों में से हैं, जो अपने किरदारों के साथ-साथ सादगी के लिए भी जाने जाते हैं। साल 2004 में आई फिल्म 'रन' और फिर 2006 में फिल्म 'ओमकारा' में किचलू जैसा छोटा-सा किरदार निभाने वाले पंकज त्रिपाठी आज सिनेमा से लेकर OTT प्लेटफार्म में छाये हुए हैं। वेब सीरीज मिर्जापुर में उनके किरदार कालीन भईया ने खासी लोकप्रियता बटोरी और आज पंकज त्रिपाठी जिस मुकाम पर है, वो किसी से छिपा नहीं है। पंकज त्रिपाठी हाल ही में कबीर खान की फिल्म 83 में दिखाई दिए थे। इसी सिलसिले में टाइम्स नाउ नवभारत ने अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने खास बातचीत की।
स्टार और कलाकार में कोई अंतर नहीं
पंकज त्रिपाठी का नाम बॉलीवुड के उन कलाकारों में आता है, जो अपनी एक्टिंग के बल पर किरदान में जान भर देते हैं। सिनेमा में स्टार और कलाकार के बारे में बात करते हुए पंकज त्रिपाठी खुद मुस्कुराते हुए कहते हैं कि वह खुद एक स्टार हैं या कलाकार- ये उन्हें खुद नहीं पता। वो सिर्फ एक्टिंग करते हैं। पंकज त्रिपाठी कहते हैं स्टार और कलाकार, इन दोनों में वर्सेज यानी कोई तुलना नहीं होनी चाहिए। कई बार एक बड़ी फिल्म भी औसत फिल्म हो सकती है और कई बार औसत फिल्म एक अच्छी फिल्म बनकर उभरती है। पंकज त्रिपाठी का कहना है कि स्टार या कलाकार इस तुलना का कोई बहुत ज्यादा मतलब नहीं है।
ओटीटी ने बॉलीवुड के सामने क्या चैलेंज खड़ा किया?
पंकज त्रिपाठी कहते हैं ओटीटी ने बॉलीवुड के सामने कोई बड़ी चुनौती खड़ी नहीं की। पंकज त्रिपाठी अपनी बात को जारी रखते हुए कहते हैं कि कोविड काल में सिनेमा पूरी तरह से नहीं खुले हैं तो लोगों का ध्यान ओटीटी की तरफ है। कोरोना खत्म होने के बाद सिनेमा और ओटीटी दोनों साथ-साथ चलेंगे। हां, ये रेवेन्यू बढ़ाने का एक साधन है। पंकज कहते हैं कि ओटीटी सुलभ साधन है। चूंकि ओटीटी पर दुनियाभर का सिनेमा रहता है मेकर्स भी ये जान गए है कि लोगों का रुझान अच्छी कहानियों का तरफ है। पंकज त्रिपाठी आगे कहते हैं कि कहानियां बदलेंगी और इस साल वह खुद दो-तीन अच्छी कहानियों का हिस्सा बने हैं।
मिर्जापुर-3 को लेकर कही ये बात
मिर्जापुर सीरीज का जादू दर्शकों पर खूब सिर चढ़कर बोला है। मिर्जापुर-3 कब आएगी, इस सवाल के जवाब में पंकज कहते हैं कि सही समय आने पर दर्शकों को पता चल जाएगा। लेकिन इसके साथ ही, उन्होंने ये भी बताया कि मिर्जापुर-3 की तैयारी की जा रही है।
सिनेमा में आने के बाद आपकी जिंदगी में क्या बदलाव आया?
पंकज त्रिपाठी कहते हैं फिल्मों में आने के बाद उनके लाइफस्टाइल में कोई बदलाव नहीं आया। पंकज त्रिपाठी कहते हैं कि हाल ही में उन्होंने स्कूटी ले ली है। पहले कहीं जाने के लिए उन्हें ऑटो का इंतजार करना पड़ता था लेकिन स्कूटी लेने के बाद से वह आराम से निकल जाते हैं। उनकी जिंदगी में कुछ नहीं बदला। पंकज का कहना है कि अभिनेता बाहर के लिए हूं और पत्नी मृदुला के लिए वह एक पति की तरह ही जिम्मेदारी निभाते हैं और घर में सदस्य की तरह ही हैं।
कहानियां बेहद जरूरी हैं
पंकज त्रिपाठी का कहना है कि कहानियों का होना बहुत जरूरी है। सिनेमा का मतलब होता है कहानियों को रोचक करके दर्शकों तक पहुंचाना। वास्तव में हम कहानियों के लिए ही तो जी रहे हैं। जिंदगी का आनंद आज में ही ही। इसीलिए कहानियों का जीवन में होना बहुत जरूरी है।
रिएलिटी शो में आप आना चाहेंगे?
पंकज त्रिपाठी कहते हैं, मैं रिएलिटी शोज नहीं देखता हूं। मैं इसके बारे में ज्यादा बता भी नहीं सकता हूं। फिलहाल, किसी भी ऐसे किसी भी रिएलिटी शो में नहीं आ रहा और आगे का मुझे भी नहीं पता कि क्या होगा।
किस किरदार को आप ज्यादा पसंद करते हैं?
पंकज त्रिपाठी हैं कि वह अपने किसी भी किरदार को दोबारा जीना नहीं चाहते। वह उस समय एक सत्य था, जिसे उन्होंने बखूबी से निभाया। अपने गोल्डन मोमेंट के बारे में बात करते हुए पंकज त्रिपाठी कहते हैं वह प्रकृति के करीब रहना चाहते हैं। हाल ही में वह नॉर्थ बंगाल में रह कर आए हैं।
डायरेक्शन को लेकर कही ये बात?
पंकज त्रिपाठी एक शानदार अभिनेता तो हैं ही लेकिन जब उनसे आने वाले में फिल्मों के डायरेक्शन करने को लेकर पूछा गया कि तो उन्होंने बेहद सरल ढंग से जवाब दिया कि मौजूदा दौर में वह एक्टिंग कर रहे हैं लेकिन अगर कोई ऐसी कहानी आएगी और लगेगा कि डायरेक्ट करना चाहिए तो उस पर वह जरूर काम करेंगे।
फिल्म 83 में पंकज त्रिपाठी के किरदार को मिली सराहना
कबीर खान की फिल्म 83 में पंकज त्रिपाठी के किरदार को खूब सराहा गया। 1983 में भारतीय क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप जीतने पर आधारित इस फिल्म में पंकज त्रिपाठी ने टीम इंडिया के मैनेजर पीआर मान सिंह का किरदार निभाया। फिल्म खूब चली और पहले ही दिन 14 करोड़ रुपए की कमाई की।