- लता मंगेशकर के भाई हैं हृदयनाथ मंगेशकर।
- प्रधानमंत्री ने हृदयनाथ मंगेशकर को लिखा खत।
- जाने-माने म्यूजिशियन हैं ह्रदयनाथ मंगेशकर।
PM Narendra Modi Letter To Hridaynath Mangeshkar: जाने-माने संगीतकार हृदयनाथ मंगेशकर ने यह फैसला लिया है कि वह प्रधानमंत्री को मिले लता दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड के कैश प्राइज को पीएम केयर्स फंड में दान करने वाले हैं। बुधवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह इच्छा जताई थी कि उनको जो पुरस्कार मिला है उसके कैश प्राइज को किसी चैरिटेबल इंस्टिट्यूशन में दान कर दिया जाए। जिसके बाद हृदयनाथ मंगेशकर ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी कि प्रधानमंत्री को मिले कैश प्राइज को पीएम केयर्स फंड में डोनेट कर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हृदयनाथ मंगेशकर को खत में लिखा कि 'सबसे पहले और महत्वपूर्ण, मैं मंगेशकर परिवार को मुझे लता दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड देने के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। पिछले महीने मुंबई में मुझे अवॉर्ड फंक्शन के दौरान जो स्नेह दिया गया था उसे मैं कभी नहीं भूलूंगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि आपके खराब सेहत के चलते मेरी आपसे मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन आदिनाथ ने इस कार्यक्रम को बहुत अच्छी तरह से संभाला था।' इसके बाद प्रधानमंत्री ने लिखा कि 'जब मैं पुरस्कार लेने के लिए उठा और अपनी बात रखी तब कई तरह की भावनाओं से मैं अभिभूत हो गया। सबसे ज्यादा, मैं लता दीदी की उपस्थिति को याद कर रहा था।'
नरेंद्र मोदी ने इस पत्र में यह भी लिखा कि इस साल उन्हें अपनी कलाई पर एक राखी की कमी महसूस होगी। लता मंगेशकर को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा 'मुझे यह एहसास हुआ कि अब मुझे वह फोन कॉल्स नहीं आएंगे जिनमें मुझसे मेरे स्वास्थ्य के बारे में पूछा जाता था और विभिन्न विषयों पर मुझसे चर्चा की जाती थी।' उन्होंने आगे लिखा 'इस अवाॅर्ड के साथ मुझे एक लाख रुपए कैश प्राइज मिले। क्या मैं आपसे यह अनुरोध कर सकता हूं कि आप अपने पसंद से किसी भी धर्मार्थ संस्थान को यह नकद पुरस्कार दान कर दें?'
'यह राशि किसी दूसरे के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है, ऐसा कुछ लता दीदी हमेशा करना चाहती थीं। एक बार फिर मैं पूरे मंगेशकर परिवार का आभार व्यक्त करता हूं और लता दीदी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।' आपको बता दें, इस वर्ष 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री को पहली बार लता दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड से मुंबई में सम्मानित किया गया था।