- दिवगंत अभिनेता पर बन रही दो फिल्मों 'सुशांत' और 'सुसाइड ऑर मर्डर' की चर्चा
- सुशांत की तरह दिखने वाले टिकटॉक स्टार सचिन मिश्रा निभाएंगे किरदार
- प्रोड्यूसर के दावे पर बोले सचिन- 'जो ठीक से खाना नहीं खिला सकता वह फिल्म कैसे बनाएगा'
मुंबई: ऐसा लगता है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अभिनेता को लेकर घोषित की गई दो फिल्में परेशानियों का हिस्सा बनती जा रही हैं। फिल्म निर्माता सनोज मिश्रा की फिल्म 'सुशांत' शीर्षक वाली अपनी फिल्म में मुख्य रूप से टिकटॉक स्टार सचिन तिवारी को शामिल किया गया था। हालांकि, दिवंगत अभिनेता की तरह दिखने वाले टिकटॉक स्टार सचिन तिवारी ने अब इसी विषय पर एक और फिल्म साइन कर ली है जिसका टाइटल 'सुसाइड ऑर मर्डर' बताया जा रहा है। सचिन का कहना है कि उन्होंने सनोज के साथ कोई कॉन्ट्रैक्ट नहीं किया है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार प्रोड्यूसर सनोज ने द एशियन एज को बताया, 'सचिन को कहानी और उसका कैरेक्टर बताया गया था। हमने जुलाई में उसके साथ वर्कशॉप कीं, लेकिन कुछ समय बाद सचिन ने वर्कशॉप में भाग लेना और कॉल का जवाब देना बंद कर दिया। उन्होंने पहली बार हमारे साथ फिल्म साइन की और हमने उन्हें एडवांस भी दिया। हमने प्री-प्रोडक्शन पर लगभग 1 करोड़ रुपए खर्च किए। अगर समझौते का उल्लंघन होता है तो हम मुंबई की अदालत में याचिका दायर करने पर मजबूर हैं ताकि इस तरह की कोई और फिल्म रिलीज न हो सके।'
'सुसाइड ऑर मर्डर' के प्रोड्यूसर विजय शेखर गुप्ता ने एचटी को बताया कि उन्होंने सचिन के साथ एक उचित कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं जबकि सनोज ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने मुंबई में नए आए सचिन के साथ गड़बड़ी करके ठगने की कोशिश का आरोप लगाया।
क्या बोले सुशांत की भूमिका निभा रहे सचिन:
इस बारे में बात करते हुए सुशांत का रोल करने जा रहे सचिन ने कहा, 'मैं उसके साथ 3-4 दिन रहा और यह ऐसा था जैसे मैं कैद में हूं। मुझे बस खिचड़ी मिलती थी, पूरे दिन में एक ही खाना मिलता था और कुछ स्नैक्स का इंतजाम होता था और मैं उसके लिए भुगतान करता था। वह मुझे ठीक से खाना नहीं दे सकते थे, तो फिल्म कैसे बनाएंगे? मैं अपने लिए वहां से भागा। मुझे कोई राशि अदा नहीं की गई। यदि वह दावा कर रहा है कि उसने भुगतान किया है, तो कृपया उसे साबित करने के लिए कहें।'
रिपोर्ट्स के अनुसार इससे पहले, प्रोड्यूसर सनोज ने दावा किया था कि उनकी फिल्म बायोपिक नहीं बल्कि मुंबई में संघर्ष करने वालों की कहानी है। यह फिल्म उन सभी की कहानी होगी जो उत्पीड़न के कारण बॉलीवुड में मजबूर होकर कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर हैं।