- फिल्म 83 में रणवीर सिंह ने निभाई थी मुख्य भूमिका।
- कपिल देव के किरदार में नजर आए थे रणवीर सिंह।
- कपिल देव बनने के लिए रणवीर सिंह ने की थी कड़ी मेहनत।
Ranveer Singh Preparation For Film 83: बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह के लिए फिल्म 83 में कपिल देव का किरदार निभाना बिल्कुल भी आसान नहीं था। इस भूमिका को निभाने के लिए रणवीर सिंह को कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी। एक इंटरव्यू के दौरान रणवीर सिंह ने यह साझा किया कि कबीर खान द्वारा निर्देशित फिल्म 83 में कपिल देव का किरदार निभाने के लिए वह 6 महीनों तक लगातार हर दिन 4 घंटे क्रिकेट खेला करते थे। रणवीर सिंह ने बताया कि वह इस फिल्म में कपिल देव की तरह बॉलिंग इसीलिए कर पाए क्योंकि कपिल देव का स्टाइल कॉपी करने के लिए उनको अपने अंदर काफी बदलाव लाने पड़े थे। रणवीर सिंह ने बताया कि कपिल देव का स्टाइल काफी अलग है और जिस तरीके से वह बॉलिंग करते हैं वह भी सबसे यूनिक है।
ऐसे करते थे तैयारी
एएनआई की खबर के अनुसार, रणवीर सिंह ने बताया कि वह फिल्म सिंबा की शूटिंग पूरी करने के बाद कपिल देव के किरदार में ट्रांसफार्म होने के लिए जुट गए थे। उस दौरान पूर्व क्रिकेटर बलविंदर सिंह संधू उनकी ट्रेनिंग किया करते थे। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान उनका शरीर काफी भारी था इसीलिए सबसे पहले उन्हें अपना फिजिकल ट्रांसफॉरमेशन करना पड़ा था। रणवीर सिंह ने यह साझा किया कि वह छह महीनों तक रोजाना 4 घंटे क्रिकेट खेला करते थे जिसके बाद में 2 घंटे फिजिकल कंडीशनिंग को देते थे। उसके बाद उन्होंने इस फिल्म के लिए 4 महीने तैयारी की थी और दो-तीन महीने इस फिल्म के शूटिंग को दिए थे।
खूब हुए चोटिल लेकिन नहीं टूटी हिम्मत
रणवीर सिंह ने बताया कि इस तैयारी के दौरान वह कई बार चोटिल भी हुए थे लेकिन उन्होंने कभी मेहनत करना नहीं छोड़ा। वह कपिल सिंह के हर एक एक्शन को सीखने के लिए लगातार प्रैक्टिस किया करते थे। रणवीर सिंह ने बताया कि इस ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने इतना कुछ सीखा कि अंत में वह एक अच्छे बॉलर भी बन गए थे।
कपिल देव देते थे टिप्स
रणवीर सिंह ने आगे बताया कि कई बार प्रैक्टिस में कपिल देव भी मौजूद होते थे और वह अपने टिप्स भी साझा किया करते थे। एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कपिल देव ने बताया था कि रणवीर सिंह एक महान अभिनेता हैं और उन्हें किसी टिप या मदद की जरूरत नहीं है। कपिल देव ने आगे यह कहा था कि रणवीर सिंह उनके साथ बस समय बिताते थे और वह इतने बुद्धिमान हैं कि बाकी चीजें वह खुद सीख गए थे।