- बचपन में रंगभेद का सामना कर चुके हैं कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा।
- रेमो ने बताया कि बचपन में लोग उन्हें कई नामों से बुलाते थे।
- रेमो ने बताया कि वो बचपन में इन बातों को नजरअंदाज करते थे।
बॉलीवुड में ऐसे कई एक्टर्स हैं जिन्हें विदेश में या फिर फिल्म इंडस्ट्री में ही भेदभाव का सामना करना पड़ा है। इस लिस्ट में शिल्पा शेट्टी, बिपाशा बसु से लेकर प्रियंका चोपड़ा तक का नाम शामिल है। अब कोरियोग्राफर और डायरेक्टर रेमो डिसूजा ने भी इस मुद्दे पर बात की।
इन बातों को नजरअंदाज करते थे रेमो
रेमो डिसूजा ने बताया कि अपनी स्किन कलर के चलते कम उम्र से ही उन्होंने बहुत रंगभेद का सामना किया। रेमो ने बताया कि जब वो बड़े हो रहे थे तक उनपर इस तरह के कमेंट कर प्रताड़ित किया जाता था। रेमो ने कहा, 'जब मैं बड़ा हो रहा था तब लोग मुझे कई नामों से बुलाते थे। मैं उन बातों को यह सोचकर नजरअंदाज कर देता था कि शायद मैं ऐसा दिखता हूं इसलिए वो ऐसा बोल रहे हैं। जब मैं बड़ा हुआ तो मुझे समझ आया कि यह गलत था और मैंने उन्हें मेरे बारे में ऐसा कहने दिया वो और ज्यादा गलत था।'
इस मुकाम पर पहुंचने के लिए की मेहनत
रेमो डिसूजा ने बताया कि लोगों द्वारा उनपर किए गए कमेंट उन्हें बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करते रहे और जहां आज वो हैं, वहां पहुंचने में उनकी मदद की। रेमो ने कहा कि जहां मैं आज हूं मैंने वहां पहुंचने के लिए मेहनत की ताकि वो मुझे फिर कभी 'उन नामों से' ना पुकारें। कोरियोग्राफर ने कहा, 'भेदभाव अब भी होता है। किसी छोटे शहर में या गांव में जाएं, यह अब भी वहां मौजूद है।'
दिसंबर में आया था हार्ट अटैक
पिछले साल दिसंबर में रेमो को हार्ट अटैक आया था जिसके बाद उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद वो ना केवल ठीक होकर घर लौट आए बल्कि कुछ ही दिनों में उन्होंने काम भी शुरू कर दिया था। बेहतरीन कोरियोग्राफी के लिए मशहूर रेमो डिसूजा को 'फालतू' और 'एबीसीडी' जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। वह डांस एकेडमी भी चलाते हैं। रेमो डांस इंडिया डांस, झलक दिखलाजा और स्टार प्लस के डांस प्लस के जज भी रहे हैं।