- अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले में पुलिस लगातार जांच कर रही है।
- सुशांत के निधन का अभिनेत्री संजना संघी को भी गहरा सदमा लगा है।
- संजना, सुशांत की अपकमिंग फिल्म दिल बेचारा से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत करने जा रही हैं।
सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या ने फिल्म इंडस्ट्री में सबको हिला दिया। सुशांत के निधन के बाद सोशल मीडिया पर कभी ना खत्म होने वाला विवाद भी शुरू गया। सुसाइड केस में कई नामों को खींचा जा रहा है और सुशांत की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले में पुलिस लगातार जांच कर रही है और इसके पीछे की वजह पता लगाने में जुटी है।
सुशांत के निधन का अभिनेत्री संजना संघी को भी गहरा सदमा लगा है। संजना, सुशांत के साथ अपकमिंग फिल्म दिल बेचारा से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत करने जा रही हैं। दिवंगत अभिनेता की मौत की खबर से दुखी संजना संघी कुछ दिन पहले अपने होमटाउन के लिए रवाना हो चुकी हैं। इस दौरान उन्होंने एक पोस्ट किया था जिसमें संजना ने मुंबई वापस लौटने और शायद ना भी लौटने की बात कही थी। अब संजना ने दिल बेचारा के एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के लिए एक नया पोस्ट शेयर किया है इसमें दोनों बाइक के साथ सड़क के किनारे खड़े खुशमिजाज मूड में दिखाई दे रहे हैं।
संजना संघी ने पोस्ट के जरिए बताया कि ऐसी बहुत बातें हैं जो दोनों में एक जैसी थी। सेट पर पहले ही दिन दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी। सुशांत वैसे तो अंतर्मुखी थे लेकिन संजना से उनकी दोस्ती झटपट हो गई। सुशांत की ही तरह संजना भी अपने कॉलेज की टॉपर रह चुकी हैं। सुशांत ने फिजिक्स में टॉप किया था तो वहीं संजना पॉलिटिकल साइंस की टॉपर रह चुकी है। सेट पर दोनों अपने किताबी ज्ञान पर घंटों-घंटों बातें करते थे। सुशांत की ही तरह संजना को भी किताबे पढ़ने का काफी शौक हैं।
संजना से अक्सर ये कहते थे सुशांत
संजना कहती हैं कि सुशांत हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते थे और कहते थे कि 'तुम जिंदगी बहुत आगे जाओगी'। हम दोनों ने ही 'द फॉल्ट इन अवर स्टार्स' हॉलीवुड फिल्म देखी और किताब पढ़ी हुई थी। इसी वजह से अपने-अपने कैरेक्टर को जीना हमारे लिए बहुत ही आसान और रोमांचक था। हम दोनों, पढ़ाकू, स्क्रिप्ट को शुरू से अंत तक एक-एक करके पढ़ते थे। हमारी स्क्रिप्ट ऐसी दिखती थी मानो फटी हुई नॉवेल हो जो काफी सालों पुरानी हैं, जिसमें पोस्ट के निशान के थे। मैं बहुत नर्वस रहती थी। लेकिन मुकेश के कहने के बाद हम सब सहज हो जाते थे।
फर्श पर बैठकर खाना खाते थे सुशांत-संजना
संजना बताती हैं कि सुशांत भी उन्हीं की तरह खाने के बड़े शौकीन थे। लंच के टाइम पर पूरा टेबल खाने से भर जाता था लेकिन तीनों को खाना फर्श पर ही खाने में अच्छा लगता था। संजना कहती हैं कि सुशांत अक्सर खाते वक्त उनका मजाक उड़ाया करते थे कि वह कितना ज्यादा खा सकती है। एक बार खाने के ही दौरान उनके पापा का मैसेज आया कि उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में गोल्ड मेडल हासिल किया है, यह खबर सुनते ही सुशांत और डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा काफी खुश हुए और उन्हें ढेर सारी बधाइयां दी। शिक्षा और सिनेमा के लिए सुशांत की कही बातें अनमोल हैं, जिसे मैंने संभाल कर रखी हैं। सुशांत की जिंदादिली और खुशमिजाज को संजना ने बहुत ही करीबी से देखा हैं। पर उनके इस तरह चले जाने से वह खुद भी शॉक्ड हैं।