- सुशांत सिंह राजपूत के फैमिली वकील विकास सिंह ने सीबीआई जांच खारिज करने पर चुप्पी तोड़ी है।
- सुशांत के फैमिली वकील ने रिया चक्रवर्ती पर कहा कि वह सीबीआई जांच की मांग करके विक्टिम कार्ड खेल रही हैं।
- सुशांत के फैमिली वकील के मुताबिक मुंबई पुलिस की जांच पूरी तरह से नकली है।
मुंबई. सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की सीबीआई जांच की मांग को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी है। अब सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने मुंबई पुलिस पर नाशाना साधा है। विकास ने कहा कि पुलिस कंगना द्वारा लगाए गए नेपोटिज्म के आरोपों के एंगल से जांच कर रही है। इसी कारण वह इंडस्ट्री के लोगों से पूछताछ कर रही है। वहीं, असली मामला कुछ और है।
सुशांत सिंह राजपूत के फैमिली वकील विकास सिंह ने कहा कि- 'अब मुख्य मामला ये है कि क्या सुशांत की आत्महत्या की जांच पटना में होनी चाहिए या फिर मुंबई में। मेरे मुताबिक ये जांच मुंबई में नहीं होनी चाहिए।'
विकास सिंह के वकील कहते हैं- सुशांत के परिवार ने मुंबई में में एफआईआर दर्ज नहीं कराई है। जांच केवल वहीं हो सकती है जहां पर एफआईआर दर्ज हुई हो। इस केस को हर हाल में पटना पुलिस को ही सौंप देना चाहिए।'
गलत दिशा में जा रही है मुंबई पुलिस
सुशांत के परिवार के वकील ने कहा कि मुंबई पुलिस गलत दिशा में मामले की जांच कर रही है। बकौल विकास- 'वह फिल्म इंडिस्ट्री से लोगों को बुला रहे हैं और पूछताछ कर रहे हैं। मुझे नहीं पता कि इसका क्या मकसद है। पुलिस तभी जांच शुरू करती है जब कोई संज्ञेय अपराध हो।
विकास आगे कहते हैं- 'मुझे नहीं पता कि फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म होता है या नहीं। अगर ये होता भी है तो ये कोई संज्ञेय अपराध नहीं है। मुंबई पुलिस असली अपराधी से न पूछताछ कर रही हैं और न ही कार्रवाई कर रही हैं। आप केवल उन्हें पूछताछ के लिए बुला रहे हैं जिनके खिलाफ किसी ने आरोप नहीं लगाया है।'
कंगना के आरोपों पर कही ये बात
विकास सिंह ने कंगना के आरोपों पर कहा- 'अगर कंगना नेशनल टीवी में कहती हैं कि इंडस्ट्री में भेदभाव होता है। इसका मतलब ये नहीं कि केवल इसकी इसी एंगल से जांच की जाए और आपराधिक एंगल को पीछे कर दिया जाए। मुंबई पुलिस इस मामले की जांच नहीं करना चाहती तो केस को यहां ट्रांसफर करने का क्या मतलब है।'
विकास कहते हैं कि मुझे नहीं मालूम कि कंगना ने सुशांत की फैमिली से संपर्क किया है। अगर उन्होंने किसी से संपर्क किया भी है तो मुझे इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। कंगना ने मेरे क्लाइंट मिस्टर के.के.सिंह से कॉन्टैक्ट नहीं किया है। ये एक अलग एंगल है।
रिया नहीं चाहती सीबीआई जांच
विकास रिया चक्रवर्ती पर कहते हैं- 'रिया सीबीआई जांच की मांग तब कर रही हैं, जब ये मामले मुंबई पुलिस के पास है। अब जब पटना पुलिस इसमें शामिल हो गई हैं तो वह केस को मुंबई पुलिस को ट्रांसफर करना चाहती हैं। ये साबित करता है कि उन्होंने सीबीआई जांच की मांग केवल लोगों की सहानुभूति के लिए की थी। वह बाद में विक्टिम कार्ड खेलेंगी।'
विकास कहते हैं कि- 'रिया इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रही है क्योंकि उन्हें भरोसा है कि मुंबई पुलिस इसकी जांच सीबीआई को नहीं देगी इस वजह से वह सीबीआई सीबीआई कह रही हैं। रिया का इस केस में सहापराध गहराता जा रहा है।'
सुप्रीम के फैसले पर कही ये बात
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सुशांत की फैमिली के वकील कहते हैं- इसका मतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने इजाजत दे दी है कि इस मामले की जांच केवल पटना पुलिस करेगी। मुझे लगता है हमारे लिए ये एक अच्छा संकेत है। यदि कोई केस ट्रांसफर करने की याचिका दायर करता है इसका मतलब ये नहीं कि कानून अपना काम करना बंद कर देगा। इसमें देरी का अब कोई मतलब नहीं।
विकास के मुताबिक- 'अगर हम सुप्रीम कोर्ट के ही फैसले का इंतजार करेंगे तो जांच के जरूरी विवरणों को खो देंगे। पुलिस को ये सोचकर कि मामला सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित है, इंतजार करने की जरूरत नहीं है।'
मुंबई पुलिस की जांच नकली
विकास नेपोटिज्म पर कहते हैं- 'एक्टर और प्रोड्यूसर एसोसिएशन को इस मामले को देखना चाहिए, लेकिन मुझे नहीं लगता है कि इसका इस केस से कोई लेना देना है जैसा कंगना रनौत कहती हैं। हां, सुशांत को इससे थोड़ा फर्क पड़ा होगा लेकिन ये जुर्म नहीं है। क्या जुर्म है क्या नहीं ये भारतीय दंड संहिता से तय होता है।'
विकास के मुताबिक- 'नेपोटिज्म अगर कानून जुर्म नहीं है तो पुलिस इस एंगल से किसी को पूछताछ नहीं कर सकती है। मुंबई पुलिस इंडस्ट्री के लोगों को बुलाकर पूछताछ कर रही है। उन्हें घंटों इंतजार करवा रही है। ऐसे सवाल कर रही है जिसका इस केस से कोई लेना-देना नहीं है। मुंबई पुलिस की जांच नकली है।'
अंकिता की बयान पर कही ये बात
विकास ने पटना पुलिस द्वारा सुशांत के कुक की जांच, अंकिता के बयान पर कहा- 'ये चल रही जांच का एक हिस्सा है। मैं नहीं चाहता कि किसी भी चीज से ये जांच प्रभावित हो। मैं पटना पुलिस के संपर्क में नहीं हूं और वह बिहार सरकार के अधीन है। हमें उन्हें उनका काम करना चाहिए।'
विकास आखिर में कहते हैं- 'इस मामले में सुशांत के दोस्त भी कुछ नहीं कर सकते हैं। पुलिस इस मामले की जांच का दायरा बदल रही है ताकि असली गुनहगार छूट जाए। मुझे नहीं लगता कि इस मामले में सीबीआई जांच की जरूरत है। हम अभी जांच का इंतजार कर रहे हैं।'