- इंस्टाग्राम पर सुशांत पोस्ट करते थे मिर्जा गालिब की गजलें
- कई फोटोज के पोस्ट की हैं निदा फाजली की लाइनें
- खासबात ये है कि इन लाइनों का बड़ा गहरा मतलब होता था
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत शायर मिर्जा गालिब और निदा फाजली के बहुत बड़े फैन थे। वह अक्सर सोशल मीडिया पर गालिब और निदा फाजली के पंक्तियां साझा करते रहते थे। खासबात ये है कि इन लाइनों का बड़ा गहरा मतलब होता था। सुशांत सिंह राजपूत ने इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीरों संग कैप्शन के रूप में मिर्जा गालिब और निदा फाजली की गजलें और शायरियां पोस्ट की हैं। यह गजलें और शायरियां जिंदगी का बड़ा संदेश देती हैं।
कुछ वक्त पहले सुशांत सिंह राजपूत ने निदा फ़ाज़ली की यह गजल पोस्ट की थी-
अपना ग़म ले के कहीं और न जाया जाये
घर में बिखरी हुई चीज़ों को सजाया जाये
जिन चिराग़ों को हवाओं का कोई ख़ौफ नहीं
उन चिरागों को हवाओं से बचाया जाये
बाग़ में जाने के आदाब हुआ करते हैं
किसी तितली को न फूलों से उड़ाया जाये
घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो यूं कर लें
किसी रोते हुए बच्चे को हंसाया जाये!
मिर्जा गालिब की गजल को इंस्टाग्राम पर सुशांत ने बनाया था कैप्शन
बाज़ीचा-ए-अत्फ़ाल है दुनिया, मेरे आगे
होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा, मेरे आगे
मत पूछ कि क्या हाल है मेरा तेरे पीछे
तू देख कि क्या रंग है तेरा, मेरे आगे
नफ़रत का गुमाँ गुज़रे है, मैं रश्क से गुज़रा
क्योंकर कहूँ, लो नाम न उनका मेरे आगे
ईमाँ मुझे रोके है, जो खींचे है मुझे कुफ़्र
काबा मेरे पीछे है, कलीसा मेरे आगे
आशिक़ हूँ, पे माशूक़-फ़रेबी है मेरा काम
मजनूं को बुरा कहती है लैला, मेरे आगे
हमपेशा-ओ-हमशरब-ओ-हमराज़ है मेरा
'ग़ालिब' को बुरा क्यों, कहो अच्छा, मेरे आगे।
14 जून को सुशांत ने कर ली थी आत्महत्या
34 साल के सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को बांद्रा स्थित अपने घर पर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। काई पोचे, एमएस धोनी, पीके, केदारनाथ, छिछोरे जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने वाले सुशांत सिंह राजपूत के निधन से उनके चाहने वाले हैरान है। सुशांत ने लंबा समय टीवी पर अभिनय किया था। साल 2008 में किस देश में है मेरा दिल से उन्होंने डेब्यू किया था और उसके बाद जीटीवी के सीरियल पवित्र रिश्ता से उन्हें घर घर में पहचान मिली।