- 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' की रिलीज को 25 साल पूरे
- अनुपम खेर बोले- मेरे पिता को ट्रिब्यूट था DDLJ में मेरा रोल
- फिल्म में शाहरुख खान के पिता के रोल में थे अनुपम खेर
20 अक्टूबर 1995 के दिन रिलीज होने वाली आईकॉनिक फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे' ने पूरी दुनिया को ऐसे कैरेक्टर्स दिए थे जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता है। राज मल्होत्रा से लेकर लज्जो तक, हर एक कैरेक्टर ने सबके दिलों में अपनी छाप छोड़ दी थी। आज 'डीडीएलजे' को रिलीज हुए पूरे 25 साल हो गए हैं, लेकिन आज भी हर एक कैरेक्टर का चेहरा हमारी आंखो के सामने साफ-साफ दिखाई देता है।
इस फिल्म ने ना ही सिर्फ शाहरुख खान, काजोल, अनुपम खेर, फरीदा जलाल और अमरीश पुरी जैसे दिग्गज कलाकारों को उनकी पहचान दिलाई थी बल्कि बॉलीवुड इंडस्ट्री को अपना फ्यूचर भी दिखाया था। इस फिल्म के कुछ कैरेक्टर्स ने आने वाले फिल्मों में कैरेक्टर्स के फीचर तय कर दिए थे। 25वीं सालगिरह के मौके पर अनुपम खेर ने अपने फैंस के साथ फिल्म में अपने कैरेक्टर 'धर्मवीर मल्होत्रा' को लेकर बातें साझा की हैं जो बहुत कम लोगों को पता है।
अनुपम खेर ने कई फिल्मों में काम कर अपनी अलग पहचान बनाई लेकिन 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' में धर्मवीर मल्होत्रा के किरदार को काफी पसंद किया गया था। फिल्म में राज मल्होत्रा यानी शाहरुख खान के पिता का किरदार निभा कर अनुपम खेर ने बहुत उम्दा काम किया था। उस फिल्म में उनका किरदार एक केयरिंग पिता का था जिसने हमें कई सीन्स में हंसने पर मजबूर कर दिया था।
अनुपम खेर ने इंटरव्यू में बॉलीवुड इंडस्ट्री से स्टार्ट करते हुए कुछ रोचक बातें सामने रखीं। उनका कहना था कि हिंदी सिनेमा के दो दौर हैं, एक 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' से पहले का और एक डीडीएलजे के बाद का। उनके लिए इस आईकॉनिक फिल्म का एक हिस्सा रहना बहुत ही शानदार है। वह कहते हैं कि इस फिल्म में उनके कैरेक्टर ने एक ट्रेंड सेट कर दिया था, उनके किरदार से प्रभावित होकर हर एक युवा चाहता था कि उसके पिता भी धर्मवीर मल्होत्रा की तरह हों। यह तो हम सब ने देखा है कि धर्मवीर मल्होत्रा अपने बेटे राज मल्होत्रा को लेकर कितने केयरिंग थे और अपने बेटे से वह कितना प्यार करते थे। इससे ज्यादा वह अपने बेटे के साथ एक दोस्त की तरह रहते थे जिसकी चाह हर एक बच्चे को रहती है।
उनके किरदार से जुड़ी एक बहुत ही खास और प्यारी बात उन्होंने अपने फैंस के साथ साझा की, उन्होंने बताया कि उनका यह कैरेक्टर उनके पिता के लिए एक ट्रिब्यूट था। वे अपने पिता को याद करते हुए कहते हैं कि मैंने अपने पिताजी को ही इस फिल्म में दर्शाया था। वह इस फिल्म के शुक्रगुजार हैं और यह मानते हैं कि यह फिल्म उनके लिए बहुत स्पेशल है।