- मुलायम सिंह और दिलीप कुमार की मुलाकात मुंबई में एक इफ्तार पार्टी के दौरान हुई थी।
- वेद विलास उनियाल की पुस्तक सुन मेरे बंधु में मिलता है दोनों की इस मुलाकात का जिक्र।
- इसी दौरान मुलायम सिंह से दिलीप कुमार ने कहा था- आप मसीहा हो सकते हैं।
राजनीति के दिग्गज खिलाड़ी, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव 82 वर्ष के हो चुके हैं और अब सक्रिय राजनीति से दूर हैं। समाजवादी पार्टी की कमान अब उनके बेटे अखिलेश यादव के हाथ में हैं। अखिलेश ही पार्टी के सभी अहम फैसले लेते हैं। कुछ साल पहले मुलायम सिंह यादव की अपने बेटे अखिलेश के साथ मनमुटाव की खबरें और पार्टी को कब्जाने की खबरें आई थीं। लंबे समय तक बाप बेटे के बीच तकरार रही थी लेकिन समय के साथ नेताजी यानि मुलायम की नाराजगी दूर हो गई और उन्होंने अखिलेश को आशीष दे दिया।
मुलायम सिंह यादव कुशल राजनेता रहे हैं और यूपी के मुख्यमंत्री सहित कई शीर्ष पदों पर आसीन रहे। यूपी की राजनीति से ताल्लुक रखने वाले मुलायम का मुंबई से भी खासा नाता रहा है। वह अक्सर मुंबई जाते और वहां वक्त बिताते। वे जब भी मुंबई जाते तो वहां की मीडिया में उनकी चर्चा रहती। एक समय था जब वे मुंबई की राजनीति के केंद्र में रहने लगे। इस बात का जिक्र वरिष्ठ पत्रकार वेद विलास उनियाल की पुस्तक सुन मेरे बंधु में मिलता है।
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वेद विलास उनियाल की पुस्तक सुन मेरे बंधु में मुलायम सिंह यादव और अभिनेता दिलीप कुमार की मुलाकात का भी जिक्र है। पुस्तक के अनुसार दोनों की मुलाकात मुंबई में एक इफ्तार पार्टी के दौरान हुई थी। इस पार्टी में मुलायम सिंह ने दिलीप कुमार को साथ आने का ऑफर दिया था।
पुस्तक में लिखा है- मुलायम मुंबई आते, जाते रहते। मुलायम होते तो साथ में अमर सिंह भी होते। एक रोज मुंबई वीटी के पास एक इफ्तार पार्टी में उन्हें और दिलीप कुमार को बात करते देखा। प्रेस मीडिया के लोग भी थे लेकिन नेता जी उस दिन शायद बात करने के मूड में नहीं थे। आखिर दिलीप कुमार ने मुलायम सिंह का हाथ हाथों में लेकर कहा, आप मसीहा हो सकते हैं। यह सुनकर मुलायम गदगद हुए। फिर बोले- 'लेकिन यूसुफ साहब, यह आपके बिना संभव नहीं है।'
मुलायम सिंह यादव कह इस बात पर यूसुफ यानि दिलीप कुमार अपने चिरपरिचित अदा में बोले, 'देखिए मुलायम जी। मेरी कुछ दिक्कतें हैं। आखिर आपके साथ ही तो बैठा हूं।' मुलायम ने कहा, 'मेरी लड़ाई अलग है। केवल दुआ से काम नहीं चलेगा। साथ होइये। दिलीप कुमार ने उनके हाथ को और कसकर पकड़ा और कहा- आप जज्बात समझिए किसी के साथ नहीं दिख सकता है। आपकी चाहत और तरह की है और मेरी मुश्किलें और हैं। पर यकीन मालिनी, आप बुलंद होंगे, मुझे खुशी होगी।
मुलायम का स्वभाव दिलीप कुमार को काफी पसंद था और दोनों की खूब जमती थी। दोनों के बीच परिवारिक रिश्ता बन गया था। मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव की शादी में भी दिलीप कुमार ने शिरकत की थी।