देश में कई ऐसे बहादुर आईएएस हैं जिनकी कहानी अक्सर सुनने को मिलती हैं। उनमें से एक हैं आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल। दुर्गा शक्ति न सिर्फ भ्रष्टाचार बल्कि अवैध खनन के खिलाफ भी लगातार लड़ाई लड़ती रहीं। हालांकि इसका खामियाजा उन्हें बर्खास्त होकर चुकाना पड़ा था। वो अकेले अपने दम पर यूपी के रेत खनन माफिया से लड़ने के लिए तैयार हो गईं थीं।
साल 2009 बैच की आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में यमुना नदी की तलहटी में चलने वाले रेत खनन को रोकने का साहस दिखाया। अपनी ईमानदारी और हिम्मत के दम पर अवैध खनन के खिलाफ लड़ाई लड़ती रहीं। हाल ही में उन्होंने बताया कि आखिर रेत खनन माफिया के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा कहां से मिली।
एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया कि फिल्म दंगल से काफी प्रभावित हुईं थी। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि आमिर खान की फिल्म दंगल पहलवान महावीर सिंह फोगट के जीवन पर आधारित है। दुर्भाग्यवश वो एक अच्छे पहलवान होने के बावजूद देश के लिए गोल्ड मेडल नहीं जीत पाए थे।
उन्होंने ने बताया कि महावीर सिंह फोगट के पास कोई बेटा नहीं था, जो उनके सपने को पूरा कर सकें। एक दिन पड़ोसियों ने उनसे शिकायत कि उनकी बेटियों ने उनके बेटे को पीटा है। यह सुनने के बाद महावीर सिंह को एक सुनहरा अवसर मिला, बाकी सब इतिहास है जिससे हर कोई वाकिफ है।' दुर्गा शक्ति ने बताया कि आज देश के पास सर्वश्रेष्ठ महिला पहलवान हैं। इसके साथ ही दुर्गा शक्ति ने बताया कि हम सभी के पास एक ही जीवन है ऐसे में क्यों नहीं इसे पूरी ताकत और क्षमता के साथ जिया जाए।
भ्रष्टाचार और अवैध रेत खन्न के खिलाफ लगातार लड़ने वाली दुर्गाशक्ति अपने इस अभियान की वजह से ही वह लोगों के सामने आईं। दुर्गाशक्ति उत्तर प्रदेश में कैडर में भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी हैं और इस वक्त वो भारत के केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री के ओएसडी के तौर पर कार्यरत हैं।