- कोई भी बॉलीवुड फिल्म बिना रोमांस के अधूरी है।
- फिल्म में रोमांस बिना रोमांटिक डायलॉग के अधूरा है।
- बॉलीवुड के कई रोमांटिक डायलॉग लोगों की जुबान पर हैं।
मुंबई. प्यार का दिन यानी वैलेंटाइन्स डे आज हर कपल मना रहा है। बॉलीवुड में भी रोमांस किसी भी फिल्म को सुपरहिट बनाने के लिए सबसे अहम है। बॉलीवुड में हर साल कई रोमांटिक फिल्में बनती है। इनमें फिल्मी डायलॉग हर कपल की जुबान पर कभी न कभी जरूर आते हैं।
फिल्मः हम दिल दे चुके सनम
चाहने और हासिल करने में बहुत फर्क है,
प्यार सिर्फ हासिल करने का नाम नहीं, प्यार देने का नाम है।
प्यार अपनी खुशी में नहीं... बल्कि जिन्हें तुम प्यार करते हो, उनकी खुशी में है।
फिल्मः कुछ कुछ होता है
प्यार दोस्ती है, अगर वो मेरी सबसे अच्छी दोस्त नहीं बन सकती को मैं उससे प्यार कर ही नहीं सकता।
फिल्म: दिल तो पागल है
मैं उससे बहुत प्यार करती हूं... एक दिन के लिये नहीं, एक पल के लिये नहीं... जिंदगी भर के लिये...
अधूरी सांस थी, धड़कन अधूरी थी, अधूरे हम... मगर अब चांद पूरा है फलक पर और अब पूरे हैं हम...
फिल्म: ये जवानी है दीवानी
तुम समझते क्यों नहीं अगर मैं तुम्हारे साथ 2 मिनट और रही तो मुझे तुमसे प्यार हो जाएगा... फिर से।
बीतता वक्त है, खर्च हम हो जाते हैं। इससे पहले कि मैं खर्च हो जाऊं, मैं अपना वक्त तुम्हारे साथ बिताना चाहता हूं।
फिल्म: राम-लीला
बड़ा बदतमीज, बेशर्म, खुदगर्ज होता है पर प्यार तो ऐसा ही होता है...
जब राम नाम का राग लागे, तो पानी में भी आग लागे...
फिल्म: हमको दीवाना कर गए
प्यार में शक नाम की कोई गुंजाइश नहीं रहती, जहां प्यार होता है वहां कुछ नहीं सिर्फ प्यार होता है।
फिल्म: मोहब्बतें
मैं आज भी उससे उतनी ही मोहब्बत करता हूं... और इसलिए नहीं कि कोई और नहीं मिली... पर इसलिये कि उससे मोहब्बत करने से फुर्सत ही नहीं मिलती।
फिल्म: वीर जारा
सच्ची मोहब्बत जिंदगी में सिर्फ एक बार होती है, और कोई भगवान या खुदा उसे नाकामयाब नहीं करते।
फिल्म: नमस्ते लंदन
जहां प्यार होता है, वहां नाराजगी नहीं... उम्मीद होती है।
फिल्म: आशिकी 2
प्यार, मोहब्बत, आशिकी सिर्फ लफ्ज़ों के सिवा और कुछ नहीं... पर जब वो मिली... इन लफ्जों को मायने मिल गए।