- वेनिस फिल्म फेस्टिवल का हो गया आगाज
- 19 साल बाद भारतीय फिल्म ने बनाई जगह
- शास्त्रीय संगीत की थीम पर बनी है मराठी भाषा की फिल्म
दुनिया के प्रतिष्टित सिनेमा उत्सव 'वेनिस फिल्म फेस्टिवल' का आगाज हो चुका है। इस फेस्टिवल का यह सीजन भारत के लिए काफी खास है क्योंकि दो दशक का वनवास खत्म हो रहा है। Venice Film Festival में 19 साल बाद भारत की वापसी हुई और यह कीर्तिमान बनाने वाली फिल्म है द डिसाइपल। इसी के साथ फिल्ममेकर चैतन्य ताम्हणे की फिल्म द डिसाइपल चर्चा में आ गई है। इस फेस्टिवल के लिए चुनी गई 18 फिल्मों में से एक द डिसाइपल है।
द डिसाइपल मराठी भाषा की फिल्म है जोकि शास्त्रीय संगीत की थीम पर बनी है। इस फिल्म में आदित्य मोडक, सुमित्रा भावे, अरुण द्रविड़ और किरण यज्ञोपवीत ने प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं मीरा नायर की 'मानसून वेडिंग' (2001) ने इस फिल्म से पहले शिरकत कर गोल्डन लॉयन अवॉर्ड जीता था। वेनिस फिल्म समारोह इटली के लीडो द्वीप पर 2 से 12 सितम्बर तक चलेगा।
हाल ही में फेस्टिवल की ओर से सोशल मीडिया अकाउंट पर फिल्म के कास्ट और क्रू के साथ चैतन्य ताम्हणे की फोटो शेयर की गई है। यह फिल्म चैतन्य के लिए बेहद खास है क्योंकि उन्होंने इसकी रिसर्च, फिल्मिंग और एडिटिंग में 4 साल लगाए थे।
वेनिस फिल्म फेस्टिवल में पहली बार 1937 में भारतीय फिल्म संत तुकाराम शामिल हुई थी और इस फिल्म को दुनिया की 3 सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में गिना गया था। 20 साल बाद 1957 में भारतीय फिल्म अपाजितो को गोल्डन लॉयन अवॉर्ड मिला। और 44 साल बाद मीरा नायर की फिल्म मॉनसून वेडिंग के जरिए भारत ने फिर द गोल्डन लॉयन अवॉर्ड जीता। अब पूरे देश की उम्मीदें चैतन्य ताम्हणे की फिल्म द डिसाइपल पर लगी हुई हैं।