- मोहाली में सरदूल सिकंदर ने ली अंतिम सांस
- कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे मशहूर पंजाबी गायक
- किडनी की परेशानी, शुगर सहित कई परेशानियों को लेकर चल रहा था इलाज
मुंबई: 60 वर्ष की आयु के वयोवृद्ध पंजाबी गायक सरदूल सिकंदर का मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया है। उन्हें हाल ही में हुए टेस्ट में कोरोनो वायरस से संक्रमित पाया गया था। वह किडनी में नुकसान, अनियंत्रित सुगर और कई अंगों के काम करना बंद करने सहित कई परेशानियों के लिए इलाज करवा रहे थे।
गायक सरदूल सिकंदर को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जैसे ही उनके निधन की खबर फैली, हर्षदीप कौर, विशाल ददलानी, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ-साथ फैंस ने भी ट्विटर पर शोक संवेदना व्यक्त करना शुरू कर दिया। दलेर मेंहदी और कपिल शर्मा ने भी ट्वीट श्रद्धांजलि दी है।
दिग्गज गायक के निधन पर शोक जताते हुए, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, 'महान पंजाबी गायक सरदूल सिकंदर के निधन के बारे में जानकर बहुत दुःख हुआ। हाल ही में उनके कोविड-19 से संक्रमित होने के बारे में चला था और उसी का इलाज चल रहा था। पंजाबी संगीत की दुनिया को आज बड़ा नुकसान हुआ है। मेरी परिवार और प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना।'
सरदूल सिकंदर के सुरों का सफर: कोरोना संक्रमण के बाद जान गंवाने वाले सरदूल का जन्म साल 1961 में हुआ था। वह बेहद गरीबी के बीच अपना जीवन बिताते रहे हैं और 1980 में 'रोडवेज दी लारी' एल्बम के साथ उन्हें सफलता मिली थी। एक सफल गायक होने के साथ सरदूल एक अच्छे अभिनेता भी रहे हैं। वह कभी जागरणों में गाना गाते थे और इसके बाद उन्होंने शोहरत-सफलता के कई मुकाम हासिल किए।
गरीब लड़कियों के लिए शादी समारोह के आयोजन में योगदान के लिए सरदूल का नाम चर्चा में रहता था। गायक के पिता सागर मस्ताना एक तबला वादक रहे हैं। मोहाली में जान गंवाने वाले सरदूल यहां कभी हर साल खेले मेले के आयोजन में अपनी पत्नी अमन नूरी के साथ आते थे और यहां कबड्डी-कुश्ती जैसे खेलों का आयोजन होता था।