- वैभव रेखी के साथ दीया मिर्जा ने की शादी, शेयर की खूबसूरत तस्वीरें
- बंधन में बंधने के साथ एक्ट्रेस ने समाज को दिया संदेश
- खुद बताई कन्यादान को ना कहने के पीछे की वजह
मुंबई: सभी शादियां सुंदर होती हैं, लेकिन यह समारोह तब और भी खास हो जाता है, जब यह जोड़ा समाज के लिए एक प्रेरणा बन जाए। दीया मिर्जा और वैभव रेखी ने भी अपनी शादी में कुछ ऐसा ही काम किया है। 15 फरवरी को शादी करने वाली जोड़ी ने यह सुनिश्चित किया कि उनका विवाह समारोह स्थाई रहे और इसमें कोई भी गैर जरूरी चीज नहीं की जाए।
हाल ही में, नई दुल्हन ने सोशल मीडिया पर अपनी शादी के बारे में लिखते हुए बताया कि कैसे उन्होंने यह बात सुनिश्चित की कि उनकी शादी में कोई भी बर्बादी ना हो। एक्ट्रेस ने लिखा, 'पिछले 19 सालों से हर सुबह मैं जिस बगीचे में रहती थी, वह एक बिल्कुल जादुई सेटिंग थी और हमारे सरल भावपूर्ण शादी समारोह के लिए सबसे अंतरंग जगह! हम प्लास्टिक या किसी कचरे के बिना पूरी तरह से स्थाई समारोह आयोजित करने पर गर्व करते हैं! न्यूनतम सजावट के लिए जिन चीजों का हम उपयोग करते थे, वह पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल और प्राकृतिक थीं।'
अभिनेत्री ने आगे बताया कि एक महिला पुजारी ने हमारी शादी की रस्में करवाईं। इतना ही नहीं, दीया ने यह भी लिखा कि उन्होंने कन्यादान और बिदाई को ना कहा क्योंकि बदलाव की शुरुआत इसी तरह से किसी के चुनाव करने से शुरू होती है।
दीया के पोस्ट के एक हिस्से में लिखा था, 'शादी करना एक सौभाग्य और खुशी की बात है! हम अपने पूरे दिल से आशा करते हैं कि कई और कपल इस विकल्प को चुनें। प्यार, आश्चर्य, विश्वास किसी महिला की आत्मा में होते हैं। साथ ही जादुई ऊर्जा, कोमलता और जीवन के लिए गहरी सहानुभूति भी।'
उन्होंने आगे लिखा, 'यह महिलाओं के लिए अपनी खुद की एजेंसी, उनकी दिव्यता, उनकी शक्ति और जो कुछ पुराना है, उसे नया रूप देते हुए फिर से परिभाषित करने का समय है।'
एक्ट्रेस ने आगे लिखा, मैं अभी भी इस एक पल के जादू से अभिभूत हूं। इसके अलावा, हमने 'कन्यादान' और 'बिदाई' को ना कहा क्योंकि बदलाव पसंद के साथ शुरू होता है ना?'
बता दें कि इससे पहले दीया अपनी सुंदर और सामान्य दुल्हन की पोशाक के लिए सुर्खियों में रही हैं। भारी लहंगे को छोड़कर अभिनेत्री ने लाल रंग की सिल्क की साड़ी पहनने का विकल्प चुना। साथ ही ज्वैलरी के साथ अपने लुक को पूरा किया।