- 5 सितंबर को मनाया जाता है शिक्षक दिवस।
- 70 के दशक में रिलीज फिल्म परिचय छात्र और शिक्षक के संबंधों को बखूबी बयां करती है।
- तारे जमीन पर आमिर खान के सुपरहिट फिल्मों में से है एक।
Teachers day 2021: कहा जाता है कि एक बच्चे के जीवन में उसकी पहली गुरु मां होता है, जो हमें इस संसार से अवगत कराती हैं। वहीं दूसरे स्थान पर शिक्षक होते हैं, जो हमें सांसारिक बोध कराते हैं यानि जीवन की महत्वता को बताते हैं।
बॉलीवुड भी लगातार अपनी फिल्मों के माध्यम से लोगों को शिक्षक की महत्वता को समझाता आया है। सिनेमाई जगत में हमने फिल्मों के माध्यम से कठोर टीचर भी देखे हैं और ऐसे भी शिक्षक देखे हैं जो बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपना सबकुछ त्याग करने के लिए तैयार हो जाते हैं। ऐसे में इस टीचर्स डे के अवसर पर हम आपको बॉलीवुड की ऐसी फिल्मों से रूबरू करवाएंगे, जो एक छात्र और शिक्षक के संबंधों को बयां करती हैं। आइए जानते हैं।
परिचय 1972
जितेंद्र और जया बच्चन की 70 के दशक की सुपरहिट फिल्मों में से ‘परिचय’ को आज भी लोग देखना पसंद करते हैं। यह फिल्म छात्रों और उनके अभिभावको दोनों के साथ एक शिक्षक के रिश्ते को बयां करती है। इस फिल्म के जरिए फिल्म मेकर्स ने छात्र और शिक्षक के संबंधो को बखूबी दिखाया है। यह एक ऐसी फिल्म है जिसमें रवि यानि जितेंद्र पांच बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा उठाते हैं। पांच बच्चों में सबसे बड़ी बहन रमा अपने छोटे भाई बहनों के साथ खूब शरारत करती हैं। रवि उन्हें पढ़ाते भी हैं और उनके आपसी मतभेद को सुलझाते भी हैं।
इकबाल, 2005
साल 2005 में रिलीज फिल्म इकबाल एक ऐसे लड़के की कहानी है जो बचपन से ही क्रिकेटर बनने की ख्वाहिश रखता है और अपने लिए एक ऐसे कोच की तलाश करता है, जो उसे उसके मुकाम तक पहुंचा सके। नागेश कुकुनूर द्वारा निर्देशित इस फिल्म में श्रेयस तलपड़े ने इकबाल की भूमिका निभाई है, वहीं नसीरूद्दीन शाह एक नशे में धुत्त कोच के किरदार में हैं। फिल्म में नसीरुद्दीन शाह इकबाल को प्रशिक्षित करने की पूरी कोशिश करते हैं और बताते हैं कि जीवन में कुछ भी हासिल करना नामुमकिन नहीं है।
ब्लैक, 2005
संजय लीला भंसाली ने सिनेमा जगत में कुछ ऐसी फिल्में भी दी हैं जो मील का पत्थर साबित हुई हैं। ऐसी ही एक फिल्म साल 2005 में रिलीज ‘ब्लैक’ है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ रानी मुखर्जी मुख्य भूमिका मे हैं। यह फिल्म छात्र और एक शिक्षक के रिश्तों को बहुत संवेदनशील तरीके से दर्शाती है। फिल्म के कुछ दृश्य इस बात का प्रमाण हैं कि एक शिक्षक छात्र की सफलता के लिए सारी सीमाओं को लांघ जाता है, उसके लिए अपने छात्र की सफलता ही सबकुछ होती है। फिल्म की एंडिंग देख आप काफी भावुक हो उठेंगे, जब मिशेल अपने बूढ़े और बीमार शिक्षक को पढ़ाने की कोशिश करती है, जो काफी बीमार और अपनी याद्दाश्त खो चुका है।
तारे जमीन पर, 2009
साल 2009 में रिलीज फिल्म ‘तारे जमीन पर’ आमिर खान के सुपरहिट फिल्मों में से एक है। यह फिल्म एक ऐसे बच्चे की कहानी है, जो डिस्लेक्सिया का शिकार है। उसके माता पिता उसे समझने के बजाए उस पर पढ़ाई को लेकर दबाव डालते हैं और उसे हॉस्टल में डाल देते हैं। इस बच्चे की परेशानी स्कूल में आने वाला आर्ट टीचर रामशंकर निकुंभ यानि आमिर खान समझते हैं औऱ ईशान को पढ़ाने की जिम्मेदारी आमिर खान लेते हैं। फिल्म इस बात का प्रमाण है कि माता पिता के बाद एक शिक्षक ही बच्चों को अच्छी तरह समझ समझता है।
स्टेनली का डब्बा, 2011
अनमोल गुप्ता द्वारा निर्देशित फिल्म ‘स्टेनली का डिब्बा’ साल 2011 में रिलीज सुपरहिट फिल्मों में से एक है। स्टेनली अपने स्कूल में सबसे होनहार छात्रों में से एक है, उसे स्कूल के सभी शिक्षक बेहद प्यार करते हैं। वह कहानी कहने और कविताएं बनाने में भी उस्ताद होता है। उसे सिर्फ इसलिए स्कूल से निकाल दिया जाता है, क्योंकि वह टिफिन नहीं लाता। लेकिन स्कूल की टीचर मिस रोजी यानि दिव्या दत्ता स्टेनली का हमेशा साथ देती हैं और उसे तंग करने वाले बच्चों को डांट लगाती हैं।
हिचकी, 2018
साल 2018 में रानी मुखर्जी ने ‘हिचकी’ से बॉलीवुड में कमबैक किया था। इस फिल्म में रानी मुखर्जी की एक्टिंग को दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया था। फिल्म ने ना सिर्फ दर्शकों को एंटरटेन किया बल्कि जिंदगी के कई अहम सबक भी सिखाए। यह फिल्म हॉलीवुड ‘फ्रंट ऑफ दि क्लास’ से प्रभावित है। ये फिल्म एक ऐसे शिक्षक की कहानी है जिसे हिचकियों के चलते स्कूल से निकाल दिया जाता है। इस फिल्म में रानी मुखर्जी नैना माथुर की भूमिका में नजर आई थी, जिन्हें टॉरेट सिंड्रोम नामक बीमारी के चलते स्कूल से निकाल दिया जाता है।
थ्री इडियट्स, 2009
थ्री इडियट्स साल 2009 में रिलीज बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्मों में से एक है। फिल्म में आप कॉलेज में शिक्षक और बच्चों का संबंध देख सकते हैं। फिल्म की कहानी तीन दोस्तों पर आधारित है। फिल्म में आमिर खान, शरमन जोशी और आर माधवन ने मुख्य भूमिका का निर्वहन किया है।
मुन्नाभाई एमबीबीएस
मुन्नाभाई एमबीबीएस फिल्म कॉलेज में एक शिक्षक और छात्र के जीवन को दर्शाती है। अक्सर कॉलेज में ऐसे छात्र होते हैं जो अपनी शरारत से कभी गुदगुदाते हैं तो कभी भावुक कर देते हैं। फिल्म में आप देख सकते हैं कि डॉ अस्थाना पहले मुन्ना के स्वभाव से कैसे नाराज होते हैं और बाद में दोनों का प्यार दर्शकों को भावुक कर देता है।
पाठशाला, 2010
साल 2010 में रिलीज शाहिद कपूर की फिल्म ‘पाठशाला’ को दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया था। पाठशाला एक ऐसी फिल्म है जो भारतीय शिक्षा प्रणाली को बयां करती है। यह आज के शिक्षा प्रणाली की कमियों और गलत कार्यों पर प्रकाश डालती है। फिल्म में शाहिद कपूर एक शिक्षक की भूमिका में नजर आ रहे हैं।
दो दूनी चार, 2010
साल 2010 में रिलीज फिल्म ‘दो दूनी चार’ बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्मों में से एक है। फिल्म में ऋषि कपूर ने एक ईमानदार शिक्षक की भूमिका निभाया है। परिवार की खुशी के लिए वह रिश्वत लेने की कोशिश करता है, लेकिन इससे उसे अपने बच्चों का भविष्य डूबता हुआ नजर आता है। वह बच्चों को रिश्वत ना लेने और मन लगाकर पढ़ने की सलाह देता है।