- जसलीन रॉयल का नया सिंगल ट्रैक Ni Jana रिलीज़ हो गया है
- फिल्म खूबसूरत से जसलीन ने की थी शुरुआत
- बचपन में क्रिकेट की शौकीन थीं जसलीन रॉयल
फिल्म शेरशाह का गाना 'रांझा' लोगों की ज़ुबान पर चढ़ा सा गया है। कोई ना कोई आपको ऐसा जरूर दिख जाएगा जो इस गाने को गा रहा होगा। यह गाना चार्टबस्टर साबित हुआ है। लोग इंस्टाग्राम की रील से लेकर सोशल मीडिया के तमाम प्लैटफॉर्म्स पर किसी ना किसी तरीके इस गाने से जुड़े हुए हैं। इस गाने को अपनी आवाज से जसलीन रॉयल ने सजाया था। जी हां, हम उन्हीं जसलीन रॉयल की बात कर रहे हैं जिन्होंने 'दिन शगना दा' और 'लव यू जिंदगी' जैसे बेहतरीन गानों को अपनी आवाज दी है। बॉलीवुड सिंगर जसलीन रॉयल का एक और गाना 'Ni Jana' भी रिलीज़ हो गया है, जिसमें राधिका मदान और खुद जसलीन रॉयल का कैमियो है। जसलीन रॉयल ने अपने नए गीत और बॉलीवुड जर्नी को लेकर खास बातचीत की।
पंजाब से बॉलीवुड तक का ऐसा रहा सफर
जसलीन बताती हैं कि उन्हें शुरूआत से ही म्यूजुक कंपोजर बनना था। म्यूजिक से उनका खास लगाव रहा है। उन्होंने दिल्ली से अपनी बी.कॉम की पढ़ाई पूरी की। कॉलेज के दौरान ही उन्होंने इंडियाज गॉट टैलेंट में हिस्सा लिया। इसके बाद धीरे-धीरे वह एक दिशा में बढ़ती गईं। फिर उन्होंने यू-ट्यूब पर अपना सिंगल गाना पंछी हो जावां रिलीज़ किया। उसके बाद उन्हें सोनम कपूर की फिल्म खूबसूरत में बतौर सिंगर ब्रेक मिला।
Ni Jana है स्पैशल प्रोजेक्ट
जसलीन रॉयल का नया गाना Ni Jana भी रिलीज़ हो गया है। इस गाने में राधिका मदान हैं और खुद जसलीन ने इस गाने में अपनी गेस्ट अपीयरेंस दी है। जसलीन कहती हैं उनके लिए ये गाना बेहद खास प्रोजेक्ट की तरह है। उन्हें उम्मीद है फैन्स उनके इस गाने को भी प्यार देंगे।
हमेशा मन की सुनी
जसलीन कहती हैं कि उनको सब बचपन से ही जानते थे कि वह अपने मन की करेंगी। ये किसी की नहीं सुनेंगी। लेकिन उन्हें शुरूआत से ही पता था कि उन्हें आगे क्या करना है। मुझे शुरूआत से ही पता था कि दिल्ली या मुंबई जाना ही है। इसलिए मैंने मन की सुनी।
आर्ट में कोई सीमा नहीं लानी चाहिए
जसलीन कहती हैं कि उनका पहला सिंगल गीत पंछी हो जावां पंजाबी में ही था। इसके बाद फिल्म बार बार देखो का गीत नचदे ने सारे और फिल्लौरी फिल्म का गाना दिन शगना दा..ये दोनों ही पंजाबी में थे। हिंदी और पंजाबी के अलावा उन्होंने गुजराती और तमिल भाषा में भी गीत गाए हैं। उनका मानना है कि टैलेंट या आर्ट को किसी सीमा में नहीं बांधना चाहिए।
वही करती हूं जो अच्छा लगता है
जसलीन का कहना है कि जो चीज़ उन्हें अच्छा फील करवाती है, तो वही करती हैं। वह कहती हैं कि जब आप किसी चीज़ को करना का दायरा बना लो तो उस चीज की वास्तविकता खत्म हो जाती है। हालांकि, वो आगे सिंगिग में प्रयोग करती रहेंगी।
किसी को कॉम्पटीशन नहीं मानती
जसलीन कहती हैं कि वह म्यूजिक इंडस्ट्री में किसी को अपना कॉम्पटीशन नहीं मानती हैं। जब भी कोई अच्छा गाना सुनती हूं कि तो मैं उससे इंस्पायर होती हूं। वह ए.आर. रहमान के लिए गाना चाहती हैं। वास्तव में वह सभी कंपोजर्स के साथ मिलकर काम करना चाहती हैं।
असफलता से डर नहीं लगता
जसलीन कहती हैं जैसे मेरी ट्रेनिंग हुई है शुरू से ही, मुझे असफलता से डर नहीं लगता। आज जिस मुकाम पर हूं, मैने अपने करियर की शुरूआत जीरो से शुरू की। मुझे कभी इस बात का डर नहीं लगा कि अगर मैं ये कहूं कि ये मेरे हाथ चला गया तो आगे क्या होगा। वर्तमान में मेरा पास जो भी है, मैं उससे खुश हूं औक सेलीब्रेट करती हूं।
लॉकडाउन में मुश्किलों को हल करना का मौका मिला
जसलीन कहती हैं कि कई बार ऐसा लगता है कि सब कुछ बिखर गया है और लॉकडाउन में ऐसा फील भी हुआ। मैंने भी धीरे-धीरे लीखा है कि जब आप मुश्किल में होते हैं तो इनका हल कैसे निकालें। चूंकि लॉकडाउन में मैं घर पर ही थी तो एक सपोर्ट सिस्टम भी था। यही नहीं, मेरी दोस्त सान्या मल्होत्रा और राधिका मदान हम सबने एक-दूसरे को सपोर्ट किया।
सफलता से कभी ज्यादा अटैच नहीं हुई
जसलीन कहती हैं कि ना ही वे कभी सफलता से अटैच रहीं और नहीं असफलता को उन्होने खुद पर प्रभाव डालने दिया। इसी तरह से आलोचनाओं के बारे में भी वह ज्यादा नहीं सोचती हैं। उनका कहना है कि ये जिंदगी का हिस्सा है और इंसान फिर बाउंस बैक करके आता है।
गोल्डन पीरियड आना बाकी है
जसलीन कहती हैं कि उनका गोल्डन पीरियड आना बाकि है। वह हमेशा वर्तमान में जीती हैं और आगे आने वाला समय भी उनके लिहाज से अच्छा ही होगा।
...तो क्रिकेट में होतीं जसलीन
जसलीन कहती हैं उन्हें शुरूआत में क्रिकेट का बहुत शौंक था। वह लेग स्पिन करती थीं और उन्होंने क्रिकेट की पूरी कोचिंग भी ली। यही नहीं ग्राउंड में उन्हें सब वार्न के नाम से बुलाते थे। अगर आज वह बॉलीवुड में ना होती तो वह जाहिर तौर पर स्पोर्ट्स में होतीं।
हर चीज़ है संभव
जसलीन कहती हैं कि हार्ड वर्क जरूरी है। जिंदगी में कुछ भी ज्यादा मुश्किल नहीं है अगर हम कुछ करने की ठान लें। बस आपमें दृढ निश्चय होना जरूरी है कि जो आप कर रहे हो, वह सही है।