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Pran Birthday: फिल्मों में आने से पहले होटल में काम किया करते थे प्राण, पान की दुकान में मिली थी पहली फिल्म

Updated Feb 12, 2022 | 07:34 IST

Actor Pran Facts: एक्टर प्राण का 12 फरवरी को बर्थडे है। प्राण साहब ने छह दशक तक 100 से भी ज्यादा फिल्मों में विलेन के रोल निभाए थे। जानिए प्राण की लाइफ से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें....

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Pran
मुख्य बातें
  • विलेन ऑफ द मिलेनियम यानी प्राण का आज बर्थडे है।
  • प्राण का जन्म दिल्ली के एक अमीर परिवार में हुआ था।
  • प्राण ने फिल्मों में आने से पहले होटल में काम किया था।

Pran Birthday:350 फ‍िल्‍मों में अपनी दमदार आवाज से छह दशक तक फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव रहे एक्टर प्राण का आज 102वां जन्मदिन है। प्राण साहब का पूरा नाम प्राण किशन सिकंद था। साल 1942 में उन्‍होंने हिंदी सिनेमा में कदम रखा। उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में विलेन का रोल निभाया था। एक वक्त लोगों ने अपने बच्चे का नाम प्राण रखना तक छोड़ दिया था। 

प्राण (Actor Pran Facts) का जन्म 12 फरवरी, 1920 को पुरानी दिल्ली के बल्लीमारान इलाके में बसे एक रईस परिवार में हुआ था। बॉलीवुड में कदम रखने से पहले वह साल 1940 में पंजाबी फ‍िल्‍म यमला जट में काम कर चुके थे। साल 1942 में आई फ‍िल्‍म खानदान से उन्होंने डेब्यू किया। साल 1947 में भारत-पाक बंटवारे से पहले उन्होंने लगभग 22 फिल्मों में विलेन का रोल निभा लिया था। प्राण ने देवानंद के साथ कई फिल्में की है। इसमें जॉनी मेरा नाम, वारदात या देस परदेस जैसी फिल्में भी शामिल है। 

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होटल में किया काम 
प्राण ने बॉलीवुड में डेब्यू से पहले आठ महीने तक मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित एक होटल में काम किया था। इन पैसों से वह अपना घर चलाते थे। प्राण को पहली फिल्म मिलने का किस्सा भी बेहद मजेदार है। पंजाबी फिल्म यमला जट के लिए उन्हें लेखक मोहम्मद वली ने चुना था। प्राण पान की दुकान पर प्राण को खड़े हुए थे। वहीं, अमिताभ बच्चन के करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई जंजीर भी प्राण ने ही उन्हें दिलवाई थी। साल 2001 में उन्हें पद्मभूषण और दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

रखना छोड़ दिया था नाम
बंटवारे के बाद प्राण ने दोबारा अपना फिल्मी करियर शुरू किया। साल 1948 में उन्होंने देवानंद की फिल्म जिद्दी में काम किया। ये फिल्म उन्हें लेखक सादत हसन मंटो ने दिलवाई थी। इस फिल्म के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्हें विलेन ऑफ द मिलेनियम कहा गया। 

प्राण की अदाकारी का इतना असर था कि मां-बाप ने अपने बच्चों का नाम प्राण रखना तक छोड़ दिया था। वह उन गिने-चुने एक्टर्स में से हैं जिन्हें नफरत के रूप में प्यार मिला। हालांकि, उन्होंने कई पॉजीटिव रोल भी किए। इनमें मनोज कुमार की फिल्म उपकार में मलंग चाचा का रोल आज भी याद किया जाता है। 

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