- टीनएजर्स के मन में चलने वाली उधेड़बुन होगी दूर
- ये फिल्में मौज-मस्ती, कॉमेडि और इमोशन्स से भरी हैं
- फिल्में दिल टूटने के बाद नए जीवन की शुरुआत देखती हैं
टीनएज ऐसा दौर होता है जब मन में बेताहाश खुद ही सवाल उठते हैं और उन सवालों का जवाब या तो वे खुद तय करते हैं या इसके लिए ऐसे व्यक्ति की तलाश करते हैं जो उन्हें गाइड कर सके। टीएजर्स अपने पेरेंट्स से न तो खुलते हैं और न ही उनके सामने कुछ बताते हैं। ऐसे में जरूरी है कि उनके मन को पढ़ने वाली ऐसी फिल्में हो जो उनकी अपनी कहानी से मैच करे। हॉलीवुड में कुछ ऐसी फिल्में हैं जो टीनएजर्स के लिए सबसे बेस्ट हैं। हर टीनएजर्स को ये फिल्में इसलिए भी देखनी चाहिए कि जीवन में किसी परेशानी को कैसे सॉल्व किया जाए या परेशानी जीवन से बड़ी नहीं होती। कॉमेडी, रोमांटिक और सीरियस बेस पर बनी ये फिल्में टीनएजर्स के लिए ही हैं। तो आइए इन फिल्मों के बारे में जानें।
बनाना स्प्लिट (2020)
डायलन स्पॉर्स की बनाना स्प्लिट फिल्म को इसलिए भी देखना चाहिए, क्योंकि टीनएज में प्यार होना बहुत आम बात है, लेकिन प्यार में असफल होने या ब्रेकअप के बाद की जिंदगी को कैसे हैंडल किया जाना चाहिए। ये फिल्म दो हाई स्कूल के स्टूडेंट्स निक (डायलन) और अप्रैल (हन्ना मार्क्स) की है जो प्यार में होते हैं और दो साल बाद उनका ब्रेकअप हो जाता है। ब्रेकअप के बाद अप्रैल क्यों और कैसे निक की गर्लफ्रेंड क्लारा के साथ दोस्ती करने का फैसला करती है और इसके बाद इस फिल्म में जो होता है वो टीनएज को देखना जरूरी है।
बुक्समार्ट (2019)
बेनी फेल्डस्टीन और कैटिलिन डेवर इस फिल्म में ऐसे मजेदार किरदार में आपको नजर आएंगे कि आप कई बार उनकी जगह खुद को खड़ा महसूस करेंगे। इस फिल्म में एमी और मौली को ग्रेज्युएएशन कंप्लीट करने के एक रात पहले अपने हाई स्कूल की बहुत याद आती है और उन्हें एससास होता है कि कैसे वे क्लासमेट को अलविदा कहने से पहले, इस दिन को खास बनाने के लिए निकल पड़े थे। स्कूल डेज और कॉलेज बेस ये फिल्म टीनएजर्स को बहुत पसंद आएगी।
हाई स्कूल म्यूजिकल (2006)
डिज्नी के बैनर तले बनी फिल्म में वनेसा हजेंस और जाक एफ्रॉन का किरदार हमें अपने करीब नजर आता है। बास्केटबॉल स्टार ट्रॉय बोल्टन खुद को तब असमंजस में पाता है जब स्कूल में आई नई लड़़की उसे स्कूल म्यूजिकल के ऑडिशन में ले जाना चाहती है और ट्रॉय ये तय नहीं कर पाता कि वह कैसा व्यवहार करे? जैसा वह असलियत में है, या जैसा वह लोगों के सामने होता है।
स्टक इन लव (2012)
राइटर्स फैमिली पर आधारित, स्टक इन लव, ये दिखाती है कि बोर्जन फैमिली के सदस्य जब करियर के सिलसिले में अलग राह पर बढ़ते हैं तो अपनी लगातार बदलती लव लाइफ से कैसे निपटते हैं।
योर नेम (2017)
ये फिल्म अपने दृश्यों से चौंकाती है। दो किशोर अचानक शरीर बदलने लगते हैं। जल्दी ही वे एक दूसरे से प्रेम करने लगते हैं और एक दूजे को पाने की कोशिश करते हैं, जबकि वे न कभी एक दूसरे से मिले होते हैं और न ही नाम जानते हैं।
लव, साइमन (2018)
ये फिल्म एक किशोर की कहानी है जो अपने दोस्तों और परिवार से डरा हुआ है, पर एकदम अनजान या अप्रत्याशित जगह पर उसे अपना प्यार मिलता है।
द परफेक्ट डेट (2019)
ये फिल्म स्टीव ब्लूम के नॉवेल – द स्टैंड-इन, पर आधारित है। इसमें ब्रूक्स अपने कॉलेज के लिए पैसे जुटाने का स्मार्ट तरीका अपनाता है। ब्रूक्स एक ऐप बनाता है, जहां वह फेक डेट के लिए अपनी सेवाएं देने का ऑफर पेश करता है, लेकिन उसका प्लान तब फेल होने के कगार पर पहुंच जाता है जब वह असल में किसी के प्यार में पड़ जाता है। फिल्म दर्शकों को आज के दौर की तकनीक के एक अलग पहलू से भी रूबरू कराती है।
फाइव फीट अपार्ट (2019)
इस फिल्म को देखने के दौरान हो सकता है आप भावुक हो जाएं, इसलिए सलाह है कि रुमाल या टिश्यू पेपर साथ रखें। दो किशोरों की कहानी है, जो सिस्टिक फाइब्रॉसिस से पीड़ित हैं और दोनों साथ होना चाहते हैं, लेकिन असल में नहीं हो सकते क्योंकि इन्फेक्शन का खतरा है। उनके लिए बेहतर यही होता है कि वे शारीरिक रूप से एक दूसरे से दूर रहें। लेकिन जैसे-जैसे उनकी फीलिंग गहरी होती जाती है, उनके लिए दूर रह पाना बेहद मुश्किल हो जाता है।