- थ्रिलर और ड्रग माफिया पर अधारित फिल्म थी ऑस्कर विजेता
- सेक्सुएलिटी और आइडेंटिटी पर बेस्ड फिल्म बेहतर लगेगी
- द आर्टिस्ट आपको गरुदत्त की प्यासा की एडवांस वर्जन लगेगी
हॉलीवुड की कुछ ऑस्कर विनिंग फिल्में ऐसी है जिन्हें देखकर आप अपने लॉकडाउन के समय को न केवल एंजॉय कर सकते हैं बल्कि आप वह शानदान फिल्में भी देख सकते हैं, जिन्हें शायद आप मिस कर गए होंगे। ऑस्कर विजेता ये वो फिल्में है जिन्हें देखने के बाद आपको खुद महससू होगा कि असल मायने में ये फिल्में बनाते समय कितनी मेहनत की गई होगी और कितनी मुश्किलों से तराश कर इन फिल्मों को दर्शकों के सामने लाया गया होगा। अनोखे सब्जेक्ट पर ये फिल्में बनी हैं जिनपर बहुत फिल्में आपको देखने को नहीं मिली होंगी। तो आइए जानें हॉलीवुड की इन बेस्ट 6 फिल्मों के बारे में, जिन्हें देखना तो बनता है।
1. मूनलाइट (2016)
जीवन के तीन हिस्सों, बचपन, किशोरावस्था और युवावस्था पर आधारित फिल्म को डायरेक्टर बैरी जेन्किन्स ने पूरी तरह से संतुलित बनाए रखा है। मुख्य किरदार अपनी सेक्सुएलिटी और आइडेंटिटी को लेकर उलझन में रहता है और इसे क्लियर करना चाहता है। मुख्यत: ये फिल्म LGBTQ वर्ग पर आधारित फिल्म है। फिल्म का मुख्य किरदार बचपन में सेक्सुअल और इमोशनल अब्यूज के चलते मानसिक तौर पर जूझता नजर आता है। डायरेक्टर बेरी जेनकिन्स ने समाज के इस वर्ग की स्थिति को बेहतरीन तरीके से सामने रखा है।
2. द आर्टिस्ट (2011)
ये फिल्म भले ही 2011 में आई हो, लेकिन इसमें उस दौर को दिखाया गया है, जब फिल्में साइलेंट हुआ करती थीं। उस दौर के सुपरस्टार से एक महिला के प्यार और किस्मत के बदलते खेल पर आधारित है ये फिल्म। जॉर्ज वैलेंटाइन की पेपी मिलर से अचानक मुलाकात होती है और दोनों का इश्क परवान चढ़ता है। धीरे-धीरे बोलने वाली फिल्मों का दौर शुरू होता है और पेपी मिलर की किस्मत चमकने लगती है, जबकि जॉर्ज वैलेंटाइन का ग्राफ नीचे जाने लगता है। इससे जॉर्ज मानसिक तौर पर परेशान हो जाता है। फिर पेपी ही जॉर्ज को उबारती है और नई दुनिया को उसकी कला से रूबरू कराती है।
3. द किंग्स स्पीच (2010)
डायरेक्टर टॉम हूपर ने इस फिल्म से हमारे सामने कुछ ऐसी चीजें रख दी हैं, जिनको शब्दों में बयान कर पाना शायद मुमकिन नहीं है। 19वीं सदी के ब्रिटेन के शाही वारिस किंग जॉर्ज छठवें बोलने में अटकते थे, जिसके इलाज के लिए ऑस्ट्रेलिया के थेरेपिस्ट लॉयनल लोग उनकी मदद करते हैं। तत्कालीन राजा एडवर्ड आठवें एक तलाकशुदा अमेरिकी सोशलाइट महिला से शादी करने के लिए नियम के मुताबिक राजपाट छोड़ देते हैं। ऐसे में किंग जॉर्ज छठवें को सिंहासन संभालना पड़ता है। अब तक दोस्त बन चुके लॉयनल लोग की मदद से वो 1939 में जर्मनी के खिलाफ युद्ध का ऐलान करने के लिए रेडियो पर देश के नाम संदेश देते हैं और इस तरह अपनी बोलने में अटकने की कमी पर भी जीत हासिल करते हैं।
4. नो कंट्री फॉर ओल्ड मेन (2007)
वेस्ट की क्राइम थ्रिलर मूवी अमेरिका के 80 के दौर के माफिया, पैसे और अपराध के कनेक्शन पर आधारित है। यह फिल्म कोएल मैकार्थी की 2005 में इसी नाम से आए उपन्यास पर आधारित है। ड्रग डील के खूनी होने और 2 मिलियन डॉलर को हासिल करने को लेकर पूरी फिल्म का ताना-बाना बुना गया है। इसके स्क्रीनप्ले और टेक्सस के पथरीले इलाकों ने इस फिल्म को क्लासिक लुक दिया है। 25 मिलियन डॉलर के बजट वाली इस फिल्म ने बॉक्स आफिस पर 171.6 मिलियन डॉलर की कमाई की थी। कोन ब्रदर्स, जोएल कोई और ईथन कोन के निर्देशन को काफी सराहा गया था।
5. वेस्ट साइड स्टोरी (1961)
इसे हॉलीवुड की सर्वकालिक महानतम म्यूजिकल फिल्म भी कहा जाता है। रोमांटिक ब्यूटी के लिए इस फिल्म को ऑस्कर अवॉर्ड से भी नवाजा गया। फिल्म तो शेक्सपियर की ऐतिहासिक रचना रोमियो और जूलियट पर ही आधारित है, लेकिन इसे न्यूयॉर्क सिटी के वेस्ट साइड में आधुनिक माहौल में दर्शाया गया है। इसमें गानों के साथ डांस भी पूरे मनोरंजन का पैकेज बनाते हैं।
6.ऑन द वॉटरफ्रंट (1954)
ये फिल्म एक विसलब्लोअर के वास्तविक जीवन पर आधारित है, जो करप्शन के जाल को तोड़ने में उलझ जाता है। डायरेक्टर इलिया कजान ने दुनिया को देखने के दो विरोधाभासी नजरिये को उभारा है और उनका विशेष फोकस अपनी जिम्मेदारी समझने और उसे उठाने पर है। फिल्म प्रेरणा देती है कि समाज की बुराइयों के सामने खुद को मजबूती से खड़े करने का साहस पैदा करना चाहिए।