- अभिषेक कपूर द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर मुख्य भूमिका में आ रहे हैं नजर।
- इस फिल्म के जरिए अभिषेक कपूर ने उठाया एक गंभीर मुद्दा।
- अभिषेक कपूर ने इस फिल्म के जरिए समाज को एक नई दिशा दिखाने और लोगों की सोच को बदलने का प्रयास किया है।
Chandigarh Kare Aashiqui Movie Review and Rating in Hindi : बॉलीवुड को मेसेज और कलेक्शन की नई राह दिखाने वाले एक्टर आयुष्मान खुराना की फिल्म चंडीगढ़ करे आशिकी सिनेमा घरों में रिलीज हो चुकी है। आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर की इस फिल्म ने यह सिद्ध कर दिया है कि सिनेमा कैसे समाज को एक नई दिशा दिखा सकता है, एक साथ पीढ़ियों की सोच को कैसे बदला जा सकता है। ड्रीम गर्ल के बाद दर्शक लंबे समय से आंख गड़ाए आयुष्मान खुराना की अगली फिल्म का इंतजार कर रहे थे। ऐसे में अब फैंस का इंतजार खत्म हो चुका है, फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। अभिषेक कपूर द्वारा निर्देशित यह फिल्म कॉमेडी के साथ रोमांस का भरपूर तड़का है।
फिल्म में आयुष्मान खुराना मनविंदर मंजुल उर्फ मनु के किरदार में नजर आ रहे हैं, जो एक बॉडी बिल्डर है और लोकल चैंपियनशिप की तैयारी कर रहा होता है। डोले शोले बनाने के लिए दिन रात पसीना बहाता है और अपने लक्ष्य को लेकर काफी चिंतित होता है। हालांकि जिम बिजनेस में उसे काफी घाटे का सामना करना पड़ता है। तभी उसके जिम में एक नई जुंबा ट्रेनर मानवी बरार यानी वाणी कपूर की एंट्री होती है। मानवी की एंट्री होते ही जिम में लड़कों की लाइन लग जाती है। इधर जिम में भीड़ बढ़ती है और उधर मनु का दिल मानवी पर आ जाता है। लेकिन मानवी की जिंदगी में उसकी खूबसूरती के पीछे कुछ ऐसा है जिसे सुन आप दंग रह जाएंगे।
Chandigarh Kare Aashiqui story
अभिषेक कपूर द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर मुख्य भूमिका में नजर आ रहे हैं। फिल्म में दोनों के किरदार को दर्शकों द्वारा बेहद पसंद किया जा रहा है। एक तरफ आयुष्मान खुराना जहां अपनी बॉडी बिल्डिंग से दर्शकों का दिल जीतते नजर आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर ट्रांसजेंडर महिला के रूप में मानवी के साहस की लोग जमकर सराहना कर रहे हैं। फिल्म में वाणी कपूर ने बिंदास और बेधड़क लड़की का किरदार निभाया है, जिसने पूरी हिम्मत के साथ अपनी जिंदगी को बदला है। वह अपनी इस नई पहचान को लेकर गर्व महसूस करती है। यह खुद की असलियत स्वीकार करने की भी कहानी है। लेकिन क्या समाज और परिवार उसकी इस पसंद को स्वीकार करेगा।
अब तक आप पर्दे पर बहुत सी प्रेम कहानियां देखते आए होंगे, इन लव स्टोरीज में अक्सर एक जैसी चीजें होती हैं। लड़का लड़की मिलते हैं, बड़ी मशक्कत के बाद दोनों एक दूसरे से प्यार का इजहार कर पाते हैं, थोड़ा रोमांस होता है, पहले नाराजगी होती है, फिर पैचअप हो जाता है और फिर ब्रेकअप या फिर दोनों हमेशा के लिए एक दूसरे के हो जाते हैं। लेकिन अभिषेक कपूर ने अपनी इस फिल्म से लव स्टोरी को एक नया मोड़ दिया है। फिल्म में मानवी का पास्ट मनु के लिए सबसे बड़ी परेशानी होती है। मनु को मानवी के पास्ट के बारे में बाद में पता चलता है, लेकिन यह सबकुछ जानने के बाद भी वह उससे उतना ही प्यार करता है और सबकुछ संभालता है। कॉमेडी और रोमांस से भरपूर यह फिल्म आपको हंसाने और रोमांस के साथ काफी इमोशनल भी करने वाली है। फिल्म देखते हुए पर्दे से आपकी नजरें नहीं हटेंगी।
Chandigarh Kare Aashiqui Vaani kapoor role
अभिषेक कपूर ने फिल्म के जरिए एक गंभीर मुद्दा उठाया है, लेकिन बड़ी चालाकी से हल्की फुल्की कॉमेडी के साथ इसे मजेदार बनाए रखा है। उन्होंने इस मुद्दे को बड़ी संवेदनशीलता, गंभीरता और परिपक्वता के साथ कहानी के जरिए पिरोया है। यह उन लाखों ट्रांसजेंडर महिलाओं और पुरुषों की कहानी है जिन्हें समाज में घृणा की दृष्टि से देखा जाता है। उन्होंने इस फिल्म के जरिए समाज को एक नई दिशा दिखाने और लोगों की सोच को बदलने का प्रयास किया है।
Chandigarh Kare Aashiqui Ayushmann Khurrana transformation
फिल्म में आयुष्मान खुराना के ट्रांसफॉर्मेशन को दर्शकों द्वारा खूब सराहा जा रहा है। चंडीगढ़ के लड़के के किरदार में उनकी चाल ढ़ाल और बॉडी दर्शकों द्वारा बेहद पसंद की जा रही है। वहीं वाणी कपूर ने अपनी एक्टिंग से मानवी के किरदार में जान डाल दी है। फिल्म में कई मौकों पर वह बाकी किरदारों पर भारी पड़ती नजर आती हैं। आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर ना केवल एक साथ बहुत अच्छे लगते हैं बल्कि ऑनस्क्रीन जबरदस्त केमिस्ट्री भी साझा करते हैं।
फिल्म में मनु के दादा के किरदार में अंजाल श्रीवास्तव, कंवलजीत सिंह, तान्या अबरोल और गिरीश धमेजा के सपोर्टिंग किरदारों की भी जमकर तारीफ की जा रही है।
मनोज लोबो की सिनेमैटोग्राफी ने फिल्म की रूह को किया रंगीन
फिल्म के लेखन के लिए तुषार परांपजे और सुप्रतिक सेन की जमकर तारीफ हो रही है। वहीं मनोज लोबो की सिनेमैटोग्राफी ने इस फिल्म की रूह को रंगीन कर दिया है। उन्होंने इस ऑफबीट प्रेम कहानी को जबरदस्त शूट किया है। वहीं चंदन अरोड़ा ने 2 घंटे से भी कम फिल्म को कहीं बोझिल नहीं लगने दिया है।