- बहुप्रतीक्षित बेवसीरीज द फैमिली मैन का दूसरा सीजन रिलीज हो चुका है।
- मेकर्स ने 4 जून को द फैमिली मैन को रिलीज करने की घोषणा की थी।
- श्रीकांत तिवारी के अंदाज में एक बार फिर मनोज बाजपेयी ने दिल जीता है।
The Family Man 2 Review in Hindi: अमेजन प्राइम की लोकप्रिय और बहुप्रतीक्षित बेवसीरीज द फैमिली मैन का दूसरा सीजन रिलीज हो चुका है। पहले सीजन के तकरीबन 20 महीने बाद मेकर्स ने 4 जून को द फैमिली मैन को रिलीज करने की घोषणा की थी। इस रोमांचक क्राइम थ्रिलर में श्रीकांत तिवारी के अंदाज में एक बार फिर अभिनेता मनोज बाजपेयी ने दिल जीता है। जैसे ही अमेजन प्राइम ने इस वेबसीरीज का नया सीजन अपलोड किया तो दर्शकों ने देखना शुरू कर दिया। उसके बाद ट्विटर पर जबरदस्त रिएक्शन आने लगे।पहला एपिसोड 59 मिनट का है दूसरा भी 51 मिनट का है और उसके बाद के एपिसोड आधे घंटे से लेकर 45 मिनट के बीच के और फिर फिनाले एक घंटे का।
सामंथा अक्किनेनी, शारिब हाशमी, प्रियमणि, सीमा बिस्वास, दलीप ताहिल, विपिन शर्मा, श्रीकृष्ण दयाल, सनी हिंदुजा, शरद केलकर, राजेश बालाचंद्रन स्टारर और राज निदिमोरू और कृष्णा डीके (राज एंड डीके) द्वारा निर्देशित इस शो की कहानी के तार लंका और लंदन तक पहुंचे हैं। सीजन वन के अंत में छूट गया था- क्या दिल्ली गैस के हमले से बच पाएगी? तो दूसरे सीजन की कहानी उससे आगे चलती है।
वेब सीरीज: द फैमिली मैन 2
कलाकार: मनोज बाजपेयी, सामंथा अक्किनेनी, शारिब हाशमी, प्रियमणि, सीमा बिस्वास, दलीप ताहिल, विपिन शर्मा, श्रीकृष्ण दयाल, सनी हिंदुजा, शरद केलकर और राजेश बालाचंद्रन आदि
निर्देशक: राज निदिमोरू और कृष्णा डीके (राज एंड डीके)
ओटीटी: अमेजन प्राइम वीडियो
ऐसी है कहानी
गैसकांड को अपनी विफलता मानने वाला श्रीकांत तिवारी टास्क छोड़ चुका है और अब एक आईटी कंपनी में काम करने लगा है। यहां वह अपने से आधी उम्र के बॉस से डांट खा रहा है। परिवार में अलग रायता फैला है। इसी बीच तलपडे आकर उसे वड़ा पाव की याद दिलाता रहता है और श्रीकांत तिवार बार बार मन हटाने की कोशिश करता है। आदत से मजबूर वह तलपडे से टास्क की जानकारी लेता रहता है लेकिन फिर कुछ ऐसा होता है कि उसे एक्शन में लौटाना पड़ता है और वह दोबारा मिशन पर लग जाता है। तमिलनाडु और श्रीलंका से होते हुए कहानी के तार लंदन पहुंच जाते हैं। कहानी में एक ओर श्रीकांत को अपनी बेटी को मौत से बचाना होता है तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री पर होने वाले अटैक की साजिश को नाकाम करना होता है।
श्रीकांत तिवारी का रोल मनोज वाजपेयी ने निभाया है। इस सीजन में श्रीकांत तिवारी को नए ताकतवर और ज्यादा क्रूर दुश्मन, राजी का सामना करना पड़ता है। यह किरदार सामंता अक्किनेनी ने निभाया है। दर्शकों में जबर्दस्त सनसनी और सिहरन पैदा करने वाले शो के 9 पार्ट के इस नए सीजन में श्रीकांत को मध्यम वर्गीय फैमिली मैन और वर्ल्ड क्लास जासूस के अपने डबल किरदार के बीच जूझते देखा गया है। मनोज बाजपेयी के चेहरे की झुंझलाहट अब भी पहले जैसी ही है। मनोज के चेहरे से उम्र झलकने लगी है जोकि श्रीकांत के किरदार पर फिट बैठी है।
ऐसी है एक्टिंग
नए सीजन में मनोज बाजपेयी ने बतौर हीरो दर्शकों को बांध कर रखा, तो वहीं सामंथा अक्किनेनी विलेन के किरदार में खूब जच रही हैं। शारिब हाशमी, प्रियमणि, सीमा बिस्वास, दलीप ताहिल, शरद केलकर, सनी हिंदुजा ने अपने अपने किरदारों में जान फूंक दी है। शारिब हाशमी की लय गजब की है। तलपडे के किरदार का असली रंग उनसे ही है। इस बार उन्हें पहले से ज्यादा सीन भी मिले हैं। वहीं प्रियमणि काफी खूबसूरत भी लगी हैं।
डायरेक्शन
रोमांच और सस्पेंस के मास्टर राज और डीके ने इस सीजन को बेहतरीन बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। दोनों (ने इस बार के सीजन के सिर्फ चार एपिसोड निर्देशत किए हैं, पहला, दूसरा, छठा और नौवां। बाकी पांच एपिसोड के निर्देशक की जिम्मेदारी सुपर्ण एस वर्मा के हिस्से है। हर एपिसोड कमाल है और अगले एपिसोड को देखने की जिज्ञासा पैदा करता है। कहानी एक गति से चलती है, ना कहीं धीमी और ना कहीं तेज। इसके लिए निर्देशक को पूरा श्रेय जाता है। हालांकि शुरू के पांच सात मिनट कहानी तमिल में ही चलती रहती है। सबटाइटल्स अंग्रेजी में हैं और कहानी के कई संवाद तमिल में हैं। यह बात दर्शकों के रोमांच को कुछ कम कर सकती है।