- अनुज और अनुपमा की शुरू हुई हल्दी की रस्में।
- अनुज और अनुपमा ने लगाई एक दूसरे को हल्दी।
- अनुज ने किया अनुपमा से एक खास वादा।
अनुपमा 14 मई 2022 एपिसोड अपडेट: अनुपमा टीवी सीरियल में इन दिनों मान यानी अनुज और अनुपमा की शादी की रस्में निभाई जा रही है। मेहंदी और संगीत सेरेमनी के बाद अब हल्दी की रस्म निभाई जा रही है। लीला और वनराज के अलावा पूरे शाह परिवार ने अनुपमा और अनुज को हल्दी लगाई। यही नहीं, अनुज और अनुपमा ने भी एक दूसरे को हल्दी लगाई है।
अनुपमा के आज के एपिसोड में देविका कहती है कि अनुज (Anupama full episode) को हल्दी लगाने का पहला हक अनुपमा का है। वहीं, मालविका और अनुज भी देविका की तरफदारी करते हैं। अनुपमा अपनी मां कांता की तरफ देखती हैं। कांता और हंसमुख अनुपमा को हल्दी लगाने के लिए कहती है। अनुपमा भगवान से प्रार्थना करती हैं और अनुज को हल्दी लगाने के लिए आगे बढ़ती है। तभी समर उन्हें रोकता है और गाना बजाता है। शाह परिवार अनुज और अनुपमा के साथ डांस करते हैं। अनुज गुटनों के बल बैठता और अनुपमा उसे हल्दी लगाती है। ये देख वनराज और लीला गुस्से से लाल हो जाते हैं।
अनुपमा को कहा अन्नपूर्णा
हंसमुख और जीके भी दोनों को मेहंदी लगाते हैं। अनुज कांता से कहता है कि वह भी उन्हें हल्दी लगाए। इसके बाद अनुज एक बार फिर अनुपमा से हल्दी लगाने के लिए कहता है। इस पर मालविका कहती है कि अनुज को अनुपमा के करीब जाने के लिए कोई न कोई बहाना चाहिए। लीला कहती है कि मालविका में शर्म नहीं है, जो इस तरह की बात कर रही हैं। वहीं, अनुज अनुपमा के लिए कविता पढ़ता है। अनुज अनुपमा को अन्नपूर्णा कहता है। वह समर और पाखी की तरफ इशारा करता है। पाखी, समर और पारितोष एक प्लेट लेकर आते हैं, जो कपड़े से ढकी होती।
अनुज करता है वादा
अनुज प्लेट से कपड़ा हटाता है और उसमें कई सारे मसाले होते हैं। अनुपमा को अतीत की याद आती है, जब वनराज ने कहा था कि इसके हाथ से मसालों की बू आती है। अनुपमा अनुज के आगे हाथ जोड़ती हैं। अनुज शाह परिवार के साथ अनुपमा के आगे हाथ जोड़ता है। अनुज सवाल उठाता है कि मां या हाउसवाइफ हमेशा किचन में क्यों रहती हैं?
अनुज कहता है कि सभी को किचन से एक दिन का ब्रेक लेना चाहिए क्योंकि, मां को भी छुट्टी चाहिए। अनुज अनुपमा से कहता है कि वह शादी के बाद खाना बनाएगा। वहीं, आने वाले एपिसोड में कांता लीला और वनराज को खरी-खोटी सुनाएगी कि उन्होंने अनुपमा को आशीर्वाद नहीं दिया।